- ज्ञान इच्छा की आँख है ,यह आत्मा की किश्ती को पर लगाने वाला बन सकता है। -विल ड्यूरेंट
- आलसी मनुष्य अपना पुरुषार्थ गवां देते हैं जिससे उन्हें कहीं भी सफलता नहीं मिलती। -ऋग्वेद
- किसी सिद्धांत पर विश्वास करना लेकिन खुद उसपर अमल न करना बेईमानी है। -महात्मा गांधी
- आपत्ति -विपत्ति के समय क्षुद्र लोग ही घबराते हैं ,महान पुरुष अविचल ही रहते हैं। -रश्मि माला
- हर कार्य के लिए समय होता है और समय के लिए कार्य होता है। -बाइबिल
- शिक्षा जीवन के लिए है जीविका के लिए नहीं। -सत्य सांईबाबा
- अच्छे विचारों तथा प्रयासों का परिणाम निसंदेह अच्छा होगा। -स्वामी विवेकानंद
- कोई भी व्यक्ति अनेक और बड़ी गलतियां किए बिना कभी महान नहीं हुआ। -ग्लैडस्टन
- दुष्ट जनों के सोते रहने तथा संत जनों के जागते रहने में ही समाज का कल्याण है। -संत कबीरदास
- गलती स्वीकार करना झाड़ू के समान है ,जो गंदगी को हटाकर सतह को साफ कर देती है। -महात्मा गांधी
Thursday, September 27, 2018
Wednesday, September 26, 2018
सुविचार 26/9/2018 - Hindi Quotes
- वे व्यक्ति कभी अकेले नहीं जिनके साथ सुंदर विचार हैं। -पी सिडनी
- आत्मज्ञान ,आत्मविश्वास और आत्मसंचय सिर्फ यही तीन जीवन को बल व शक्ति प्रदान करते हैं। -टेनीसन
- केवल विश्वास ही ऐसा संबल है जो हमें मंजिल तक पहुंचाता है। -स्वेट मार्डेन
- आदमी की दुर्भावना उसके दुश्मन की बजाय उसे ही अधिक दुःख देती है। -चार्ल्स बक्सटन
- दिन में सत्कर्म करने वाले को रात में गहरी नींद आती है। -स्कन्द पुराण
- धर्म आत्मा का विषय है जिसका प्रचार चिंतन से ,ज्ञान से ,तपस्या से ,अनुभव होता है। -विनोबा भावे
- दुष्ट पर दया न करें। उसे दंड से सही रास्ते पर लाया जा सकता है। *आचार्य चाणक्य
- मानव की वाणी की अपेक्षा उसका कर्म अधिक अच्छा नेतृत्व कर सकता है। -हरिकृष्ण प्रेमी
- जीवन और कुछ नहीं है ,केवल कुछ समय के लिए मृत्यु की अनुपस्थिति है। -शापेन हारवर
- बंदर के हाथ से डाली का छूटना और आदमी के हाथ से अवसर का ,एक बराबर बुरा होता है। -अज्ञात
Tuesday, September 25, 2018
सुविचार 25/9/2018 - Hindi Quotes
- थोड़ा सा भी झूठ मनुष्य का नाश कर देता है ,जैसे दूध को एक बूंद जहर की। --महावीर
- बुद्धिमान व्यक्ति को जितने अवसर मिलते हैं ,उनसे अधिक तो वह पैदा करता है। -बेकन
- यह निश्चित है कि जो किसी की परवाह नहीं करता उसकी परवाह भी कोई नहीं करेगा। -थॉमस जैफरसन
- अनंत अतीत ,अनंत भविष्य और क्षणिक वर्तमान की कहानी का नाम जीवन है। -स्वामी सत्यमित्रानंद गिरि
- अतीत की चिंता मत करो ,उसे भूल जाओ ,बीती हुई बात की चिंता करने से सुधार नहीं हो सकता। -जेम्स डगलस
- दानी के चरित्र का पता दान की अपेक्षा देने की विधि से अधिक लगता है। -लेवेटर
- जो सीखता है ,किन्तु अपनी विद्या का उपयोग नहीं करता ,वह पुस्तकों से लदा लहू -पशु है। -शेख सादी
- हृदय की ज्ञानरूपी तेल से भिगोए बिना आत्म -रूपी ज्योति का प्रकाश बाहर भली -भांति प्रकट नहीं हो सकता। -स्वामी रामतीर्थ
- यदि आप दूसरों की मदद कर सकते हैं ,तो जरूर करें ,यदि नहीं कर सकते तो उन्हें नुकशान तो नहीं पहुंचाए। -दलाई लामा
- सफलता के मायने इसमें नहीं है कि आप खुद कितनी ऊंचाई तक उठे हैं ,बल्कि इसमें है कि आप अपने साथ कितने लोगों को लाए हैं। -विल रॉस
Monday, September 24, 2018
सुविचार 24/9/2018 - Hindi Quotes
- बहादुर व्यक्ति वह नहीं जिसे डर नहीं लगता ,बल्कि वह है जो डर पर विजय प् लेता है। -नेल्सन मंडेला
- जो व्यक्ति भविष्य का भय नहीं करता ,वही वर्तमान का आनंद ले सकता है। -डॉ टॉमस फुलर
- अगर आपके सपने साकार नहीं हो पा रहे हैं तो इसका एक ही कारण है ,असफलता का डर। -पाउलो कोएल्हो
- जीवन में पीछे जाकर शुरुआत नहीं की जा सकती ,लेकिन आज शुरुआत कर एक नए अंत को अंजाम देना सम्भव है। -मारिया रॉबिन्सन
- जीवन का रहस्य सिर्फ मौत में नहीं छिपा है। यह पेड़ -पौधों यहां तक कि हमारे रचनात्मक कार्यों में भी दिखता है। -पॉल कटरज
- हम तब महानता के निकटतम होते हैं जब हम नम्रता में महान होते हैं। -रवीन्द्रनाथ टैगोर
- हमारी महानतम विशालता कभी भी न गिरने में नहीं बल्कि गिरने पर हर बार उठ जाने में निहित है। -कन्फ्यूशियस
- जब तक आप आंतरिक रूप से शांति नहीं खोज पाते इसे अन्यत्र खोजने से कोई लाभ नहीं है। -एल ए रोशेफोलिकॉल्ड
- असफलता दरअसल एक बार फिर से शुरुआत करने का मौका है। इस बार और बेहतर ढंग से। ...हेनरी फोर्ड
- काम वह वस्तु नहीं है जिससे किसी व्यक्ति की पराजय होती है ,वास्तव में वह चिंता है। -हेनरी वार्ड बीचर
Sunday, September 23, 2018
सुविचार 23/9/2018 - Hindi Quotes
- घर ईंट गारे का मकान नहीं ,इंसानियत सिखाने की पाठशाला है। साने गुरूजी
- मंजिल पर कब तक न पहुंच जाएं निगाहें लक्ष्य पर जमाए रखिए। -जोश विलिंग्स
- अपने सारे डर खुद तक सीमित रखें लेकिन साहस सभी के साथ साझा करें। -राबर्ट लुईस स्टीवेंसन
- जिस व्यक्ति को अन्याय देखकर भी क्रोध नहीं आता है ,वह नपुंसक है। -परशुराम गीता
- सफलता ख़ुशी की चाबी नहीं है। ख़ुशी सफलता की चाबी है। आप जो कर रहे हैं अगर आप उससे प्यार करते हैं तो आप जरूर सफक होंगे। -हरमन केन
- बड़े फैसले लीजिए और गलतियां कीजिए ,यही वे अहम चीजें हैं तो आपको वह बनाती हैं जो आप बनना चाहते हैं। -एंजेलिना जाली।
- इस दुनिया में किसी दुःखी व्यक्ति के लिए थोड़ी सी भी सहायता ढेरों उपदेशों से कहीं अधिक अच्छी है। -बुलवर
- अनुशासन का पालन तभी सम्भव है जब मनुष्य को उस काम में अनुराग हो जिसमें वह लगा है। इसके बिना तो अनुशासन अनुकरण मात्र होगा। -महात्मा गांधी
- इस संसार में प्यार लायक दो वस्तुएं हैं एक दुःख और दूसरा श्रम। दुःख के बिना हृदय निर्मल नहीं होता और श्रम के बिना मनुष्यत्व का विकास नहीं होता। -आचार्य श्रीराम शर्मा।
- अहंकार को खोने वाला कभी हानि में नहीं रहता। बीज मिटकर ही वृक्ष की पाता है और नदी स्वयं को खोकर ही सागर हो जाती है। स्वयं को खोना ही स्वयं को पाना है। -ओशो
सुविचार 22/9/2018 - Hindi Quotes
- निष्काम होकर पुरुषार्थ करने वाले को सफलता स्वयमेव प्राप्त होती है। -भारवि
- सेवा सबकी करो परन्तु आशा किसी से मत रखो। यह संसार में रहने का उत्तम ढंग है। -आनंदमयी माँ
- समय का मूल्यांकन करो। बीता हुआ समय कोटि -कोटि मुद्राएं देने पर भी नहीं मिलता। -स्वामी सत्यमित्रानंद गिरि जी
- निरपराधी मनुष्य पर अपराध का आरोप लगाना महापाप है। -कुरान शरीफ
- किसी व्यक्ति को समझने के लिए इस बात को न देखें कि उसने अभी तक क्या प्राप्त किया है ,इस बात को देखें कि वह क्या अभिलाषा रखता है। -खलिल जिब्रान
- एकाग्रता एक कला है ,जिसके आते ही सफलता निश्चित हो जाती है। उम्र ,शक्ति ,योग और सम्पूर्ण साधनों की सिद्धि का मूलमंत्र एकाग्रता है। -गीताज्ञान
- अपमानों का या तो ठीक से बदला लें अथवा उसे सहन करने की आदत डालें। -स्पेन की लोकोक्ति
- मेहनत करने से दरिद्रता नहीं रहती ,धर्म करने से पाप नहीं रहता ,मौन रहने से कलह नहीं होता। -चाणक्य
- यदि एक मनुष्य की उन्नति होती है तो उसके साथ पूरे संसार की उन्नति होती है। और यदि एक व्यक्ति का पतन होता है तो संसार का भी पतन होता है। -महात्मा गांधी
- क्रोध कभी भी बिना कारण नहीं होता ,लेकिन कदाचित ही यह कारण सार्थक होता है। -बेंजामिन फ्रेंकलिन
Friday, September 21, 2018
सुविचार 21/9/2018 - Hindi Quotes
- इंसान को व्यापार के लिए कभी भी अपने परिवार की उपेक्षा नहीं करनी चाहिए। -वॉल्ट डिज्नी
- अगर आप सूर्य की तरह चमकना चाहते हैं आपको सबसे पहले उसी की तरह से खुद को जलाना होगा। -अडोल्फ हिटलर
- वे कितने निर्धन हैं ,जिनके पास धैर्य नहीं है। -शेक्सपियर
- जब आप एक बार लोगों को हंसा लेते हैं तो वे आपकी बात की ओर आकर्षित हो जाते हैं। फिर आप जो कुछ भी कहें ,वे सुनने को तैयार रहते हैं। -हर्ब गार्डनर
- गुणी मनुष्य अपनी प्रशंसा स्वयं नहीं करते ,बल्कि दूसरों से अपनी प्रशंसा सुनकर नम्र हो जाते हैं। -अज्ञात
- यदि मनुष्य सीखना चाहे तो हर भूल कुछ न कुछ शिक्षा देती है। -डिकेंस
- कभी -कभी उन लोगों से भी शिक्षा मिलती है ,जिन्हें हम अभिमानवश अज्ञानी समझते हैं। -प्रेमचंद
- यदि आप मानसिक शांति के बदले में साम्राज्य भी प्राप्त करते हैं तो भी आप पराजित ही हैं। -अज्ञात
- हमारी प्रार्थना सर्व -सामान्य की भलाई के लिए होनी चाहिए ,क्योंकि ईश्वर जानता है कि हमारे लिए अच्छा क्या है। -सुकरात
- तर्क केवल मुक्ति का विषय है। हृदय की सिद्धि तक बुद्धि नहीं पहुंच सकती। जिसे बुद्धि माने मगर हृदय न माने। वह तजने योग्य है। -महात्मा गांधी
Thursday, September 20, 2018
सुविचार 20/9/2018 Hindi Quotes
- मनुष्य के आधे गुण तो उसी समय विदा हो जाते हैं जब वह दूसरे की दासता स्वीकार कर लेता है। -होमर
- आलसी की कोई भी अच्छी इच्छा कभी पूर्ण नहीं हुई। -सर्वेण्टीज
- कर्म को स्वार्थ से परमार्थ की ओर ले जाना ही मुक्ति है। कर्म का त्याग मुक्ति नहीं है। -रवीन्द्रनाथ ठाकुर
- आप किसी विषय का विशद ज्ञान हासिल करना चाहते हैं तो इसे दूसरों को सिखाना शुरू कर दीजिए। -ट्रायन एडवर्ड्स
- वही उन्नति कर सकता है ,जो दूसरों को उपदेश देने की अपेक्षा स्वयं को उपदेश देता है। -गुरुनानक
- निराशा से जीवन के बहुमूल्य तत्व नष्ट हो जाते हैं। इससे विजय के बहुत से अवसर खो जाते हैं। -स्वेट मार्डेन
- जो लोग खतरों से डरते हैं उनकी जिंदगी को दुनिया की हर चीज से खतरा है। -बर्नार्ड शा
- अवसर उनकी सहायता कभी नहीं करते जो खुद कभी अपनी सहायता नहीं करते। -सोफोक्लीज
- वही पुत्र है जो पितृभक्त है ,वही पिता है जो ठीक से पालन करता है ,वही मित्र है जिसपर विश्वास किया जा सके और वही देश है जहां जीविका हो। -चाणक्य
- हम क्या सोचते हैं ,क्या जानते हैं और किसमें विश्वास करते हैं ,इसके बजाय हम क्या करते हैं यह अधिक महत्वपूर्ण है। -जॉन रस्किन
Wednesday, September 19, 2018
सुविचार 19/9/2018 - Hindi Quotes
- जिसने किसी का मन नहीं जीता ,वह ईश्वर की सृष्टि का रहस्य नहीं समझ सकता। -विनोबा भावे
- बड़प्पन अमीरी में नहीं ,ईमानदारी और सज्जनता में सन्निहित है। -श्रीराम शर्मा आचार्य
- असम्भव और सम्भव के बीच में अंतर् व्यक्ति के दृढ़ निश्चय पर निर्भर करता है। -टामी लसोरदा
- जहां कल्पनाशीलता नहीं है वहां किसी तरह की उम्मीद भी नहीं की जा सकती। -जार्ज वाशिंगटन
- ज्यों ही मनुष्य अपनी निजी विचारधारा की पकड़ खोना शुरू करता है ,उसका समाज में महत्व खत्म होने लगता है। -जवाहरलाल नेहरू
- उत्साह ही बलवान होता है ,उत्साह से बढ़करदूसरा कोई बल नहीं है। उत्साही पुरुष के लिए संसार में कोई भी वस्तु दुर्लभ नहीं है। -वाल्मीकि
- सुखी वह है जिसकी परिस्थितियां उसके स्वभाव के अनुकूल हैं ,लेकिन वह और भी सुखी है जो अपने स्वभाव को परिस्थिति के अनुकूल बना लेता है। -हुम्
- ज्ञान का सार यह है कि ज्ञान रहते उसका प्रयोग करना चाहिए और उसके अभाव में अपनी अज्ञानता स्वीकार कर लेनी चाहिए। -कन्फ्यूशियस
- जिस त्याग से अभिमान उत्पन्न होता है ,वह त्याग नहीं। त्याग से शांति मिलनी चाहिए। अंततः अभिमान का त्याग ही सच्चा त्याग है। -विनोबा भावे
- बुद्धिमान मनुष्य कभी अपनी हानि पर शोक नहीं करते ,बल्कि प्रसन्न्तापूर्वक अपनी क्षति को को पूरा करने का उपाय करते हैं। -शेक्सपियर
Tuesday, September 18, 2018
सुविचार 18/9/2018 - Hindi Quotes
- निंदा स्तुति अथवा मृत्यु के भय से भी बुद्धिमान व्यक्ति कभी सच्चाई की राह नहीं छोड़ता है। -भृतहरि
- जितने से आदमी का पेट भरे ,उतने पर ही उसका निजी अधिकार है। जो इससे अधिक एकत्र करता है ,वह चोर है। -श्रीमदभागवत
- आप हंसिए ,दुनिया आपके साथ हंसेगी। आप रोइए और अकेले रोइए। -एडब्ल्यू विलकॉक्स
- इच्छाओं का संघर्ष यह प्रकट करता है कि जीवन व्यवस्थित होना चाहता है। -खलील जिब्रान
- जिसे समझ है वह जानता है कि विदवत्ता नहीं ,बल्कि उसे उपयोग में लाने की कला का नाम ज्ञान है। -एटिल
- विद्या कामधेनु के समान है। व्यक्ति विद्या हासिल कर उसका फल कहीं भी प्राप्त कर सकता है। -चाणक्य
- अच्छी तरह सोचना बुद्धिमत्ता है ,अच्छी योजना बनाना उत्तम है और अच्छी तरह काम को पूरा करना सबसे अच्छी बुद्धिमत्ता है। -फ़ारसी कहावत
- लहर को सही समय पर पकड़ने में किस्मत साथ दे सकती है ,पर उसके साथ आगे बढ़ना आप पर निर्भर करता है। -जिमोह ओबी ईगल
- अगर हम नई सदी की तरफ देखें तो यह पाएंगे कि लीडर्स वही होंगे जो दूसरों को सक्षम बनाएंगे। -बिल गेट्स
- आधे से ज्यादा लोग इसलिए असफल हो जाते हैं क्योंकि समय पर उनमे साहस का संचार नहीं हो पाता और वह डर जाते हैं। -स्वामी विवेकानंद
Monday, September 17, 2018
सुविचार 17/9/2018 - Hindi Quotes
- जितनी ज्यादा मेहनत करोगे ,उतने ज्यादा भाग्यशाली रहोगे। -गेरी प्लेयर
- मनुष्य ही परमात्मा का सर्वोच्च साक्षात् मंदिर है। इसलिए साकार देवता की पूजा करो। -स्वामी विवेकानंद
- ज्ञानदाता गुरु की निंदा करनी तो दूर ,सुननी भी नहीं चाहिए। -चाणक्य
- ऐसी कोई भी वस्तु नहीं है ,जिसे अभ्यास से हासिल न किया जा सकता हो। -संत ज्ञानेश्वर
- प्रकृति ने हमारे भीतरी अंगों के व्यायाम के लिए और हमें आनंद प्रदान करने के लिए हंसी बनाई। -स्वेट मार्डेन
- तीन चीजें अधिक समय तक छुपी रह सकती। सूरज ,चन्द्रमा और सत्य। -भगवान बुद्ध
- जो अपने ऊपर शासन नहीं करेगा ,वह सदैव दूसरों का सेवक रहेगा। -गेटे
- सेवक को तब परखें जब वह काम ना कर रहा हो ,रिश्तेदार को कठिनाई में ,मित्र को संकट में और पत्नी को घोर विपत्ति में। -चाणक्य
- जिसके पास धैर्य और परिश्रम का बल है वह जो कुछ इच्छा करता है उसे प्राप्त कर लेता है। -ब्रेजामिन फ्रेंकलिन
- कभी -कभी समय के फेर से मित्र शत्रु बन जाता है और शत्रु भी मित्र हो जाता है ,क्योंकि स्वार्थ बड़ा बलवान है। -वेद व्यास
Sunday, September 16, 2018
सुविचार 16/9/2018 -Hindi Quotes
- आदर्श परिस्थितियों या सर्वश्रेष्ठ अवसरों की प्रतीक्षा न करें ,वे कभी नहीं आने वाली हैं। -जेनेट एयरस्किन स्टुअर्ट
- महज किनारे खड़े रहकर पानी देखते रहेंगे तो आप कभी भी समुद्र पार नहीं कर सकते। -रवीन्द्रनाथ टैगोर
- प्रसन्नता कोई पहले से निर्मित चीज नहीं है। यह आप ही के कर्मों से आती है। -दलाई लामा
- अहंकार समस्त गुणों को महत्वहीन कर देता है। -मुनि सुदर्शनलाल जी
- निशस्त्र अहिंसा की शक्ति किसी भी परिस्थिति में सशस्त्र शक्ति से सर्वश्रेष्ठ होगी। -महात्मा गांधी
- अज्ञानी होना उतनी शर्म की बात नहीं है जितना कि सीखने की इच्छा न रखना। -बेंजामिन फ्रेंकलिन
- जिस प्रकार श्रम शरीर को शक्ति प्रदान करता है ,उसी प्रकार कठिनाइयां मनुष्य को सम्पन्न बनाती है। -अज्ञात
- असम्भव और सम्भव के बीच में अंतर् व्यक्ति के दृढ़ निश्चय पर निर्भर करता है। -टामी लसोरदा
- आनंद ही एक ऐसी चीज है ,जो आपके पास न होने पर भी आप दूसरों को बिना किसी असुविधा के दे सकते हैं। कारमेन सिल्वा
- नमस्कार करने वाला व्यक्ति किसी व्यक्ति से कुछ भी ग्रहण कर सकता है। वह अपनी बात मनवा सकता है और क्षमादान भी प्राप्त कर सकता है। -भारतेन्दु हरिश्चंद्र
सुविचार 14/9/2018 - Hindi Quotes
- आशा और आत्मविश्वास से ही हमारी शक्तियां जागृत होती हैं। इनसे हमारी उत्पादन शक्ति कई गुना बढ़ जाती है। -स्वेट मार्डेन
- अच्छा मनुष्य वही है ,जो क्रोध और उत्तेजना के क्षणों में भी वाणी पर संयम रखता है। -शेख सादी
- मस्तिष्क के लिए अध्ययन की उतनी ही जरूरत है ,जितनी शरीर के लिए व्यायाम की। -जोसेफ एडीसन
- यदि आप गुस्से के एक क्षण में भी धैर्य रखते हैं ,तो आप दुःख के सौ दिनों से बच सकते हैं। -चीनी कहावत
- निर्धनता में भी हँस सकने वाला व्यक्ति निर्धन नहीं होता है। -रेमंड हिचकॉक
- क्षण भर के लिए हितकारी अवसर आता है। हम उसे खो देते हैं और महीनों तथा वर्षों का नाश हो जाता है। -कलाइल
- धन ,साधन ,समय, कर्म और स्थान इन पांचों को स्पष्ट विचार करके किसी कार्य में प्रवृत होना चाहिए। -तिरुवल्लुवर
- हकीकत में महान वह व्यक्ति हैजो अपने साथ बुरा करने वालों का भी भला ही करता और सोचता है। -महात्मा गांधी
- मनुष्य को अपने विरुद्ध बातें नहीं करनी चाहिए ,इससे खुद की हानि होती है। -सैम्यूल जॉनसन
- आशावाद ही वह भरोसा है जो हमें सफलता की ओर ले जाता है। आशा और हौसले के बिना सफलता पाना नामुमकिन है। -हेलन केलर
सुविचार 15/9/2018 - Hindi Quotes
- अच्छे कार्यों को सोचते ही न रहिए ,उन्हें सारे दिन कीजिए ताकि जीवन एक भव्य मधुर गीत बन जाए। -चार्ल्स किंग्सले
- सही अवसर न मिलने पर क्षमता के मायने बेहद सीमित हो जाते हैं। -नेपोलियन
- जो नए सुधारों पर अमल नहीं करेगा वह नए खतरों को न्योता देगा। -फ्रांसिस बेकन
- अन्य किसी वस्तु को हम इतनी अनिच्छा से नहीं स्वीकारते जितना उपदेश को। -एडीसन
- मांग और वह तुझे जरूर मिलेगा। खोज और तू जरूर पाएगा। खटखटा ,तेरे लिए दरवाजा अवश्य खुलेगा। -बाईबिल
- आत्मसंयम ,अनुशासन और बलिदान के बिना राहत या मुक्ति की आशा नहीं की जा सकती। अनुशासनहीन बलिदान से काम नहीं चलेगा। -महात्मा गांधी
- कठिनाइयों और हानियों को सहन करने के पश्चात मनुष्य विनीत और बुद्धिमान हो जाता है। -अज्ञात
- बदलाव को दुनिया नफरत से देखती है ,फिर भी यही वह चीज है जो प्रगति ले आई। -चार्ल्स केटरिंग
- वस्तुओं द्वारा नहीं ,नैतिकता के बल पर ही मनुष्यों और उनके कर्मों पर अधिकार प्राप्त किया जा सकता है। -कालाईल
- सच्चे मित्र हीरों की तरह कीमती और दुर्लभ हैं। झूठे मित्र पतझड़ के पत्तों की तरह सर्वत्र मिलते हैं। -अरस्तू
Thursday, September 13, 2018
सुविचार 13/9/2018 - Hindi Quotes
- प्रिय होने पर भी जो हितकर न हो ,उसे न कहें ,हितकर कहना ही अच्छा है ,चाहे वह अत्यंत अप्रिय हो। -विष्णु पुराण
- धारणाएं बदल सकती हैं लेकिन चरित्र नहीं बदलते। उनका केवल विकास होता है। -डिजरेली
- असफलता की उतपत्ति तभी होती है जब आप प्रयास करना बंद कर देते हैं। -एल्बर्ट हब्बार्ड
- भाषा हमें इसलिए दी गई थी कि हम एक -दूसरे से रुचिकर बातें कह सकें। -बोबी
- मिलजुल कर काम करने में खास बात यह है कि आपके पक्ष में हमेशा और भी लोग होते हैं। -मार्गरेट करती
- अपने नित्यकर्म यदि भाव से किए जाएं तो वे कल्याणकारी बन सकते हैं। -संत जयदयाल गोयन्दका
- अगर आप महान काम नहीं कर सकते तो छोटे काम महान तरीके से करें। -नेपोलियन हिल
- गलती करना मनुष्य का काम है ,परन्तु जानबूझकर गलती पर अड़े रहना शैतान का काम है। -संत आगस्टीन
- भूखे को भोजन कराना तथा रोगी की सेवा करना भगवान की पूजा -उपासना का ही एक रूप है। -परमसंत पंडित मिहीलाल जी
- अच्छी बातें प्रत्येक धर्म के तत्वों व ग्रंथों से प्राप्त करने के लिए तत्पर रहना चाहिए। आचार्य विनोबा भावे
सुविचार 12/9/2018 - Hindi Quotes
- हम दूसरों के आर -पार देखना चाहते हैं ,परन्तु स्वयं अपने आर -पार देखा जाना पसंद करते। -रोशे
- रोशनी फैलाने के तरीके हो सकते हैं ,या तो खुद दीया बन जाएं या शीशा बनकर दीए की रोशनी को फैलाएं। -एडिथ व्हार्टन
- हमेशा डरते रहने से अच्छा है कि खतरे का एक बार सामना कर लिया जाए। -नीतिसूत्र
- ज्ञान की बातें सुनकर जो उनपर अमल करता है ,उसी के हृदय में ज्ञान की ज्योति प्रकट होती है। -अबू उसमान
- सही जवाब जानना आपकी विदवता हो सकती है ,पर उसे सही वक्त पर कहना विवेक पर निर्भर है। -टिम फार्गो
- भाग्य संयोग नहीं ,चयन का विषय है। इसके लिए प्रतीक्षा नहीं की जानी चाहिए। इसे तो हासिल किया जाना चाहिए। -विलियम ब्रायन
- हताश न होना सफलता का मूल है और यही परम् सुख है। उत्साह मनुष्य को कर्मों के लिए प्रेरित करता है और उत्साह ही कर्म को सफल बनाता है। -वाल्मीकि
- सच्चा पड़ोसी वह नहीं जो तुम्हारे साथ उसी मकान में रहता है ,बल्कि वह है जो तुम्हारे साथ उसी विचार -स्तर पर रहता है। -स्वामी रामतीर्थ
- मनुष्य के सभी कार्य इन सातों में से किसी एक वजह से होते हैं -मौका ,प्रकृति ,मजबूरी ,आदत ,कारण ,जुनून ,इच्छा। -अरस्तु
- आत्मविश्वास सरीखा दूसरा मित्र नहीं। आत्मविश्वास ही भावी उन्नति की प्रथम सीढ़ी है। अतः सर्वप्रथम आत्मविश्वास करना सीखो। -स्वामी विवेकानंद
Tuesday, September 11, 2018
सुविचार 11/9/2018 Hindi Quotes
- हिम्मत का मतलब डर का न होना नहीं है। बल्कि ये सोचना है कि डर से भी ज्यादा जरूरी कुछ और है। -अब्रोस रेड़मून
- सेवक से अपना भेद कहना उसे सेवक से स्वामी बना लेना है। -अरस्तू
- जब तक आप न चाहें तब तक आपको कोई भी ईर्ष्यालु ,क्रोधी ,प्रतिशोधी या लालची नहीं बना सकता। -नेपोलियन हिल
- अगर आपकी कोई आलोचना नहीं कर रहा ,इसका मतलब है कि आप अभी सफलता से काफी दूर हैं। -मैल्कम
- सज्जन स्वयं ही परहित का उद्यम करते हैं। -भर्तहरि
- जीवन आईना है ,उसमें आपका चेहरा नजर आता है। दोस्त बनकर रहिए। जिंदगी दोस्ती ही दिखलाई देगी। -ओशो
- अगर आप कल अच्छा काम करना चाहते हैं तो इसकी तैयारी आज ही किसी अच्छे काम से करनी होगी। -एल्बर्ट हब्बार्ड
- ज्ञान के लिए किया जाने वाला कर्म सब कर्मों में श्रेष्ठ है। -अश्वघोष
- संघर्ष जितना कड़ा होगा ,जीत उतनी ही बड़ी मिलने की उम्मीद बढ़ जाएगी। -थॉमस पेन
- विचार से कर्म की उतपत्ति होती है ,कर्म से आदत की ,आदत से चरित्र की ,चरित्र से आपके प्रारब्ध की उतपत्ति होती है। -महात्मा बुद्ध
Monday, September 10, 2018
सुविचार 10/9/2018 - Hindi Quotes
- आलस्य दरिद्रता का मूल है। जिसका चित्त आलस्य से पूर्ण होता है ,वह अपना हित नहीं समझ सकता ,दूसरों का हित भला क्या समझेगा। -गौतम बुद्ध
- नकारात्मक विचारों के साथ आप जो कुछ भी करते हैं ,सकारात्मकता से हर चीज को उससे बेहतर कर सकते हैं। -जिम जेगलर
- नेतृत्व का गुण कभी सिखाया नहीं जा सकता। इसे केवल सीखा जा सकता है। -हेरोल्ड एस जेनीन
- थैली पर लगे लेबल पर भरोसा न करें। -टी फुलर
- बड़े काम करने का एक ही तरीका है जो भी करें उससे प्यार करें। अगर अब तक ऐसा काम नहीं मिला है उसे ढूंढे। -स्टीव जॉब्स
- यदि आप सच में किसी चीज की चाहत रखते हैं ,तो उसका इंतजार मत करिए बल्कि खुद को बेसब्र होना सिखाएं। -गुरुबख्श चहल
- हमेशा आगे बढ़ते रहने और उसपर विश्वास करने से कठिनाइयां खुद ब खुद दूर हो जाती हैं। असम्भव दिखने वाले काम सम्भव हो जाते हैं। -जेरिमी कोलियर
- व्यक्ति अपने विचारों से निर्मित प्राणी है ,वह जो सोचता है वही बन जाता है। -महात्मा गांधी
- बुद्धिमान व्यक्ति उस समय सीखते हैं जब वे ऐसा कर सकते हैं ,लेकिन मूर्ख व्यक्ति उस समय सीखते हैं जब उनके लिए ऐसा करना बहुत जरूरी हो जाता है। -आर्थर वैलेस्ले
- हम जो कुछ करते भी करते हैं ,वह हमारे स्वत्व का निर्धारण करता है ,जबकि अवकाश में हम जो करते हैं ,वह हमारी सत्ता का निर्धारण करता है। -जार्ज ईस्टमैन
सुविचार 9/9/2018 - Hindi Quotes
- मानव मात्र के प्रति कल्याण व दया की भावना रखना ही वास्तविक धर्म है। -विनोबा भावे
- यदि आप जीवन में कुछ बदल सकते हैं तो वह है अपने आपको। और खुद को बदलने से सब कुछ बदल जाता है। -मैरी गोल्डस्टन
- जिंदगी तो कुल एक पीढ़ी भर की होती है ,पर नेक काम पीढ़ी दर पीढ़ी चलता है। -जापानी कहावत
- यदि तुम अपने रहस्य शत्रु से छिपाकर रखना चाहते हो तो किसी मित्र से भी उनकी चर्चा मत करो। -फ्रेंकलिन
- चरित्र स्पष्ट तो महान क्षणों में होता है लेकिन उसका निर्माण क्षुद्र क्षणों में ही हो जाता है। -फिलिप्स बुक्स
- मनुष्य का जीवन इसलिए है क्योंकि वह अत्याचार के लिए लड़े। -सुभाषचंद्र बोस
- विवेक के मामले में बहुमत के नियम का कोई स्थान नहीं है। -महात्मा गांधी
- खुद को खुश करने का बेहतरीन तरीका है किसी और को खुश करने की कोशिश करना। -मार्क ट्वेन
- हमारी नैतिक प्रकृति जितनी उन्नत होती है ,उतना ही उच्च हमारा प्रत्यक्ष अनुभव होता है और उतनी ही हमारी इच्छा शक्ति अधिक बलवती होती है। -विवेकानंद
- जीवन रखने और प्राप्त करने में नहीं है ,बल्कि होने और कुछ बनने में है। -एम अर्नोल्ड
Saturday, September 8, 2018
सुविचार 8/8/2018 - Hindi Quotes
- जब छोटे लोगों की परछाई बड़ी होने लगे तो समझ लीजिए कि सूर्य डूबने वाला है। -लिन यूटांग
- हंसी मन की गांठें बड़ी आसानी से खोल देती है। मेरे मन की ही नहीं ,तुम्हारे मन की भी। -महात्मा गांधी
- जननी का हृदय बच्चे की पाठशाला है। -एच डब्ल्यू बीचर
- हथौड़ा चलाने से पहले लोहे के गर्म होने का इंतजार न करें। हथौड़ा मार -मारकर लोहा गर्म करना ही सफलता का सूत्र है। -विलियम बी स्प्रैग
- सच्ची प्रेरणा से हृदय से निकले एक शब्द में भी असीम शक्ति होती है। ऐसा शब्द अस्थियों में भी प्राण फूंक देने की सामर्थ्य रखता है। -महर्षि अरविन्द।
- जब खुशियों का एक दरवाजा बंद होता है तो कई दूसरे दरवाजे खुल जाते हैं। हमे खुला दरवाजा देखने से नई राह मिलेगी। -हेलेन केलर
- आप जो करना चाहते हैं वह कीजिए। लोग तो तब भी कुछ कहते हैं जब आप कुछ नहीं करते। -आचार्य रजनीश
- आस्था राडार के समान है जो धुंध में भी दूर की चीजों की वास्तविकता को देखती है ,जिसे हमारी आंख नहीं देख पाती। -कोरी टेन
- खुद को जीतना ,हजारों युद्धों को जीतने से बेहतर है। यह जीत तुम्हारी होती है। उसे कोई शैतान या भगवान तुमसे छीन नहीं सकता। -गौतम बुद्ध।
- मनुष्य के गुण -दोषों के अनुसार ही उसके सुख -दुःख चलते हैं। -एररना
सुविचार 7/8/2018 - Hindi Quotes
- दुनिया में दो ही ताकतें हैं ,तलवार और कलम। अंत में जीत हमेशा कलम ही ही होती है। -नेपोलियन
- चुनौतियों के सामने आने का मतलब है कि आप जो कर रहे हैं उससे अच्छा कर सकते हैं। बर्नेस जानसन रीगन
- विपरीत हालत में कुछ लोग टूट जाते हैं ,वहीं कुछ लोग रिकॉर्ड तोड़ते हैं। -शिव खेड़ा
- आप यदि बार -बार असफल नहीं हो रहे हो तो मानकर चलिए कुछ नया नहीं कर रहें हैं। -वुडी एल्लेनो
- यह कर्तव्य निभाने का आपका जुनून ही है जो आपको दूसरों से अलग पहचान देता है। -डंकन स्टुअर्ट
- आपके प्यार और लगाव की इस दुनिया में सबसे ज्यादा जरूरत खुद आपको है। -बुद्ध
- हृदय की सच्ची प्रार्थना से हमें सच्चे कर्तव्य का पता चलता है। आखिर में तो कर्तव्य करना ही प्रार्थना बन जाती है। -महात्मा गांधी
- असली चुनौतियों का सामना सम्भव है। हम हारते तो काल्पनिक चुनौतियों से हैं। -थियोडोर एन वेल
- हर करती अपने कलाकार की आत्मकथा होती है। मोती सीप की आत्मकथा ही तो है। -फेडेरिको फेलिनी
- असफलता के विचार से सफलता का उत्पन्न होना ,उतना ही असम्भव है ,जितना बबूल के पेड़ से गुलाब के फूल का खिलना। -बंकिमचंद्र
Thursday, September 6, 2018
अपशब्दों से अपनी ही वाणी गंदी होती है।
हमें कभी किसी को गालियाँ नहीं देनी चाहिए ,न ही अपशब्द कहने चाहिए। ऐसा करना अशिष्टता और असभ्यता है गालियों से अपनी ही वाणी और मन दूषित होते हैं। संस्कार गन्दे होते हैं। जिसे गालियाँ दी गई उसे वे नहीं लगती बल्कि स्वयं को लगती हैं। इसके लिए एक दृष्टांत देखिए ---
एक दिन एक महात्मा एक गांव में से जा रहे थे। मार्ग में कुछ उद्द्ण्ड लोग खड़े थे। उन्होंने महात्मा को देखकर हंसी उड़ाना शुरू कर दिया। महात्मा पर उसका कोई प्रभाव नहीं पड़ा। उद्द्ण्ड लोगों ने देखा कि उनकी शरारत का महात्मा पर कोई प्रभाव नहीं पड़ा। वे उसे तंग करना चाहते थे पर महात्मा तंग भी नहीं हुआ। इस बात से चिड़कर उन्होंने महात्मा को गालियाँ देनी आरंभ कर दी। सोचा ,अब तो महात्मा अवश्य चिढ़ेंगे ,किन्तु महात्मा अब रुककर शांत भाव से खड़े रहे। अंत में उद्द्ण्ड लोग थककर चुप हो गए।
उनके चुप होने पर महात्मा ने कहा ---तुम कह चुके ,अब मेरी भी बात सुनो। उद्द्ण्ड लोग महात्मा की बात सुनने पर राजी हो गए। महात्मा ने उनसे पूछा --बताओ ,यदि तुम कोई वस्तु किसी को दान में दो और वह न ले तो वह वस्तु किसके पास रहेगी ?उद्द्ण्डों ने कहा ---दानदाताओं अथार्त हमारे पास ही रहेगी क्योंकि वह वस्तु तो हमारी है।
बिलकुल सही कहा तुमने। इसी प्रकार तुमने जो गालियाँ दी वे मैंने नहीं ली। वे गन्दी गालियाँ तुम्हारे पास ही रह गई। तुम्हीं गालियों वाले बने रह गए। --महात्मा ने शांत भाव से कहा। यह सुनकर वे उद्द्ण्ड लज्जित हो गए और उन्होंने भविष्य में कभी गाली न देने और अपशब्द न कहने का वचन दिया।
एक दिन एक महात्मा एक गांव में से जा रहे थे। मार्ग में कुछ उद्द्ण्ड लोग खड़े थे। उन्होंने महात्मा को देखकर हंसी उड़ाना शुरू कर दिया। महात्मा पर उसका कोई प्रभाव नहीं पड़ा। उद्द्ण्ड लोगों ने देखा कि उनकी शरारत का महात्मा पर कोई प्रभाव नहीं पड़ा। वे उसे तंग करना चाहते थे पर महात्मा तंग भी नहीं हुआ। इस बात से चिड़कर उन्होंने महात्मा को गालियाँ देनी आरंभ कर दी। सोचा ,अब तो महात्मा अवश्य चिढ़ेंगे ,किन्तु महात्मा अब रुककर शांत भाव से खड़े रहे। अंत में उद्द्ण्ड लोग थककर चुप हो गए।
उनके चुप होने पर महात्मा ने कहा ---तुम कह चुके ,अब मेरी भी बात सुनो। उद्द्ण्ड लोग महात्मा की बात सुनने पर राजी हो गए। महात्मा ने उनसे पूछा --बताओ ,यदि तुम कोई वस्तु किसी को दान में दो और वह न ले तो वह वस्तु किसके पास रहेगी ?उद्द्ण्डों ने कहा ---दानदाताओं अथार्त हमारे पास ही रहेगी क्योंकि वह वस्तु तो हमारी है।
बिलकुल सही कहा तुमने। इसी प्रकार तुमने जो गालियाँ दी वे मैंने नहीं ली। वे गन्दी गालियाँ तुम्हारे पास ही रह गई। तुम्हीं गालियों वाले बने रह गए। --महात्मा ने शांत भाव से कहा। यह सुनकर वे उद्द्ण्ड लज्जित हो गए और उन्होंने भविष्य में कभी गाली न देने और अपशब्द न कहने का वचन दिया।
सुविचार 6/9/2018 - Hindi Quotes
- यह संसार चंदन का बगीचा है। इसे हम लोग अपने कुकर्मों के द्वारा कोयले में परिणत कर रहे हैं। -स्वामी सत्यमित्रानंद गिरि जी
- निराशा मस्तिष्क को वैसा ही शून्य बना देती है जैसे कि लकवा शरीर को। -ग्रेविल
- गलती करना इंसान का काम है ,परन्तु जानबूझकर गलती पर जमे रहना शैतान का काम है। -सेंट आगस्टीन
- अत्याचारी के प्रति विद्रोह करना ईश्वर की आज्ञा मानना है। -जेफरसन
- बुद्धिमान वही है जो पूर्ण संकल्प से कार्य को निपटाना जानता है। -नेपोलियन बोनापार्ट
- ज्ञान शक्ति से कहीं बढ़कर है। मशीनों के सामने शारीरिक ताकत क्या कर सकती है। -जॉनसन
- स्वतंत्रता केवल अनुशासन की श्रंखलाओं द्वारा प्राप्त की जा सकती है। -महात्मा गांधी
- वही मनुष्य वास्तव में बुद्धिमान है ,जो क्रोधावस्था में भी गलत बात नहीं बोलता। -शेख सादी
- आत्म -प्रेम के कारण स्वयं को अनावश्यक महत्व देना अभिमान है। -सिप्नोजा
- भौतिक वस्तुओं के प्रति आसक्ति रखने वाले को सच्ची सुख -शांति कदापि नहीं मिलती। -स्वामी भजनानंद सरस्वती जी
Wednesday, September 5, 2018
सुविचार 5/9/2018 - Hindi Quotes
- प्रमादी व्यक्ति जीवित पाषाण खंड है ,जो जीवन में विकास की ओर अग्रसर नहीं हो सकता। -जिमरसन
- आपके विचार अच्छे हो ,तो वे आपके चेहरे से सूरज की किरणोंकी तरह चमकेंगे और आप हमेशा खूबसूरत दिखेंगे। -रोआल्ड डाहल
- सहिष्णुता के अभ्यास में आपका शत्रु ही सर्वश्रेष्ठ शिक्षक होता है। -दलाई लामा
- जो शांतिपूर्ण क्रांति को असम्भव कर देते हैं वे हिंसक क्रांति को अपरिहार्य बना रहे होते हैं। -जान एफ केनेडी
- शोक और विपत्ति में अज्ञानी पुरुष कायर होकर साहस खो बैठता है। पंडित तो धैर्य के साथ मुकाबले को तत्पर रहता है। -देवी भागवत
- हमेशा आगे बढ़ते रहने और उसपर विश्वास करने से कठिनाइयां खुद ब खुद दूर हो जाती हैं। असम्भव दिखने वाले काम सम्भव हो जाते हैं। -जेरिमी कोलियर
- सफलता एक खराब शिक्षक है। यह बुद्धिमान लोगों को यह सोचने को फुसलाती है कि वे हार नहीं सकते। -बिल गेट्स
- करीब आना तो महज शुरुआत है। साथ रहना प्रगति है ,वहीं साथ काम करना सफलता है। -हेनरी फोर्ड
- आत्मविश्वास जैसा कोई मित्र नहीं है। जो आत्मविश्वास हम स्वयं अपने में रखते है उसका अधिकांश भाग उस विश्वास से उत्पन्न होता है जो हम दूसरों में रखते हैं। -रोश्फॉकाल्ड
- मनुष्य को सदा आशावादी होना चाहिए ,निराशावादी हमेशा पहले बुराई देखता है ,आशावादी हमेशा पहले अच्छी बात देखता है व प्रसन्न होकर अपनी व्यथा को दूर कर ही लेता है। -सुकरात
Tuesday, September 4, 2018
माता के साथ -साथ पिता को भी देवतुल्य समझकर उनकी पूजा करनी चाहिए।
माता -पिता जीते -जागते परमेश्वर हैं तथा उनकी उसी प्रकार पूजा करनी चाहिए जिस प्रकार परमात्मा की। पूजा का यह अर्थ नहीं कि उनके आगे धूप और अक्षत रखो ,वरन उनसे अधिक श्रद्धा किसी में भी न हो ,ऐसे भाव मन में रखने चाहिए। धन ,दौलत तथा आराम उनके आगे कुछ नहीं समझना चाहिए,उनके मान ,मर्यादा के लिए सदा तुम्हें तत्पर रहना चाहिए। आजकल युवक पद की प्रतिष्ठा में चूर होकर पिता का ऐसा अपमान कर देते हैं कि उनके दिल को बहुत ठेस लग जाती है। इसका एक उदाहरण सुनिए -----
तहसील बटाला गांव कादियान में साधारण वर्ग के सज्जन थे। उसने अपने इकलौते पुत्र को अपने पेट पर पत्थर रखकर ,अर्थात भूखा -प्यासा रहकर ,कठिन परिश्रम करके बहुत उत्तम शिक्षा दिलाई और फलस्वरूप लड़का डिप्टी कमिश्नर बना। जब बेटा इस पर पहुंचा तो उसको अभिमान हो गया। पर पिता को उसका पता न था ,क्योंकि वह पिता को प्रतिमास 25 रूपये भेज देता था। उसकी ख़ुशी की कोई सीमा न थी। वह सोचता ,न जाने मेरा पुत्र कितना भक्त है। पिता के मन में विचार आया कि एक बार जाकर अपने पुत्र को अपनी आँखों से देख आऊं।
पिता अपने मन में अनेक अभिलाषा लेकर गया। पर वहां का रंग -रूप देखकर उसके नेत्रों के सामने अन्धेरा छा गया ,क्योंकि एक पुरुष ने उसके पुत्र से पूछा -यह कौन है !तो उसने कहा -अरे ,यह तो मेरा पुराना नौकर है। इतनी बात सुनकर पिता पृथ्वी पर गिर गया। उसको इतना शोक हुआ जिसके फलस्वरूप उसकी तत्काल मृत्यु हो गई ,क्योंकि उसकी आशाओं पर पानी फिर गया था।
पिता के अपमान की यह कोई अनोखी घटना नहीं है। कितनी लज्जा की बात है कि जो माता -पिता अपनी संतान पर सर्वस्व न्यौछावर करके योग्य बनावे ,उनके साथ ऐसा व्यवहार किया जाए। ऐसी बात कभी छिपती भी नहीं ,जब लोगों को असली बात का पता चलता है तो उन्हें घृणा की निगाहों से देखा जाता है क्योंकि लोग समझ जाते हैं कि जो अपने माँ -बाप का नहीं हुआ ,वह हमारा क्या बन सकेगा।
जब आप किसी कार्य को करें तो विचार लेना चाहिए कि मुझे कोई ऐसा बुरा कार्य नहीं करना चाहिए जिससे माता -पिता का अपमान हो। उनका आदर करने से प्रत्येक कार्य में वे आपको हृदय से आशीष देंगे और यह आशीर्वाद पाकर आप जीवन में सदा सुखी रहेंगे। हमारे धर्मशास्त्रों का भी यही आदेश है --मातर देवो भव पितर देवो भव ,अर्थात माता -पिता को देवतुल्य समझकर उनकी पूजा करनी चाहिए।
तहसील बटाला गांव कादियान में साधारण वर्ग के सज्जन थे। उसने अपने इकलौते पुत्र को अपने पेट पर पत्थर रखकर ,अर्थात भूखा -प्यासा रहकर ,कठिन परिश्रम करके बहुत उत्तम शिक्षा दिलाई और फलस्वरूप लड़का डिप्टी कमिश्नर बना। जब बेटा इस पर पहुंचा तो उसको अभिमान हो गया। पर पिता को उसका पता न था ,क्योंकि वह पिता को प्रतिमास 25 रूपये भेज देता था। उसकी ख़ुशी की कोई सीमा न थी। वह सोचता ,न जाने मेरा पुत्र कितना भक्त है। पिता के मन में विचार आया कि एक बार जाकर अपने पुत्र को अपनी आँखों से देख आऊं।
पिता अपने मन में अनेक अभिलाषा लेकर गया। पर वहां का रंग -रूप देखकर उसके नेत्रों के सामने अन्धेरा छा गया ,क्योंकि एक पुरुष ने उसके पुत्र से पूछा -यह कौन है !तो उसने कहा -अरे ,यह तो मेरा पुराना नौकर है। इतनी बात सुनकर पिता पृथ्वी पर गिर गया। उसको इतना शोक हुआ जिसके फलस्वरूप उसकी तत्काल मृत्यु हो गई ,क्योंकि उसकी आशाओं पर पानी फिर गया था।
पिता के अपमान की यह कोई अनोखी घटना नहीं है। कितनी लज्जा की बात है कि जो माता -पिता अपनी संतान पर सर्वस्व न्यौछावर करके योग्य बनावे ,उनके साथ ऐसा व्यवहार किया जाए। ऐसी बात कभी छिपती भी नहीं ,जब लोगों को असली बात का पता चलता है तो उन्हें घृणा की निगाहों से देखा जाता है क्योंकि लोग समझ जाते हैं कि जो अपने माँ -बाप का नहीं हुआ ,वह हमारा क्या बन सकेगा।
जब आप किसी कार्य को करें तो विचार लेना चाहिए कि मुझे कोई ऐसा बुरा कार्य नहीं करना चाहिए जिससे माता -पिता का अपमान हो। उनका आदर करने से प्रत्येक कार्य में वे आपको हृदय से आशीष देंगे और यह आशीर्वाद पाकर आप जीवन में सदा सुखी रहेंगे। हमारे धर्मशास्त्रों का भी यही आदेश है --मातर देवो भव पितर देवो भव ,अर्थात माता -पिता को देवतुल्य समझकर उनकी पूजा करनी चाहिए।
सुविचार 4/9/2018 - Hindi Quotes
- सज्जनों का क्रोध जल पर खींची गई रेखा के समान है ,जो शीघ्र ही विलुप्त हो जाती है। -रामकृष्ण परमहंस
- कभी भी जब आपका शत्रु कोई गलती कर रहा हो तो उसके काम में बाधा मत डालिए। -नेपोलियन बोनापार्ट
- सज्जनों से जोड़े हुए संबंधों का परिणाम कष्टदायक नहीं होता। -कालिदास
- केवल उन लोगों को अपने चारों ओर इकट्ठा करें जो आपको और ऊपर ले जा पाएं। -ओपराह विनफ्रे
- एक मकान तब तक घर नहीं बनता जब तक उसमें मस्तिष्क और शरीर दोनों के लिए भोजन और अग्नि न हो। -बेंजामिन फ्रेंकलिन
- जो उदारता के बीज बोता है ,उसे दिव्य प्रेम रूपी फल की प्राप्ति होती है। स्वामी शिवानंद सरस्वती
- बड़ा सोचें ,जल्दी सोचें ,आगे की सोचें। विचारों पर किसी का एकाधिकार नहीं है। -धीरूभाई अम्बानी
- प्रारब्ध चिंता मिटाने के लिए है। प्रारब्ध की आड़ में निकम्मा रहने वाले को कभी संतोष व सफलता नहीं मिलती। -स्वामी रामसुखदास जी महाराज
- उच्चतम शिक्षा वह है जो हमें महज जानकारी नहीं देती बल्कि हमारे जीवन को सम्पूर्ण अस्तित्व के साथ सदभाव में लाती है। -रवीन्द्रनाथ टैगोर
- एकजुट हो जाना तो महज शुरुआत है ,एक साथ बने रहना प्रक्रिया है लेकिन एक साथ काम करना ही सफलता है। -हेनरी फोर्ड
Monday, September 3, 2018
माँ का कलेजा बोला --मेरे बच्चे ! चोट तो नहीं आई कहीं ?
माता- पिता केवल जन्म ही नहीं देते वरन हर प्रकार से लालन -पालन कर अपने बालक को उन्नति के शिखर पर पहुँचाने का प्रयत्न करते हैं। गरीब से गरीब माता -पिता अपने बच्चों को सुखी बनाने के लिए भूखे -प्यासे रहकर अनेक प्रकार की यातनाए सहते हैं। उनकी हार्दिक इच्छा होती है कि उनके बच्चे विद्या पढ़कर महाविद्वान बनें और सूर्य के समान चमकते हुए यश और कीर्ति के शिखर पर पहुँचें। माता -पिता ही ऐसे व्यक्ति हैं जो बच्चों का कभी अहित नहीं सोच सकते। यदि कोई बच्चे का अहित करे भी तो वे वाद -विवाद पर उतर आते हैं।
बड़े दुःख से कहना पड़ता है कि माता -पिता की इतनी ऊँची भावनाओं को भी हमारे युवा नहीं समझते और नासमझी में कई प्रकार की ऐसी गलतियां कर बैठते हैं जो उन्हें नहीं करनी चाहिए। इससे संबंधित एक घटना है।
एक समय की बात है ,एक नवयुवक वेश्यागामी था और एक वेश्या से अति प्यार करता था। यहाँ तक कि प्रत्येक वस्तु प्रेम के आगे न्योछावर करने को तैयार रहता था। एक दिन वेश्या ने पूछा -क्या आप सचमुच ही मुझसे प्रेम करते हैं ? उसने कहा -क्या इसमें भी संदेह है ?वेश्या ने कहा -अच्छा तो फिर तुम अपनी माँ का कलेजा लाकर दो तब मुझे यकीन आयेगा। वह नवयुवक भागता हुआ अपनी माँ के पास गया और उसको मारकर कलेजा लेकर एकदम वेश्या के पास पहुँच ही रहा था कि मार्ग में ठोकर खा कर गिर पड़ा। तभी माँ का कलेजा बोला --मेरे बच्चे !चोट तो नहीं आई कहीं ?
पर उस मदमस्त युवक को होश कहाँ ?वेश्या के पास जाकर कलेजा रख दिया। पर प्रसन्न होने के बदले वह गुस्से में बोली --अरे दुष्ट !तूने अपनी माँ का प्रेम न समझा तो मुझे क्या समझेगा ?कहने का अभिप्राय यह है कि वेश्या के हृदय में भी माँ के प्रति कितने पवित्र भाव थे ,जिन्होंने उस युवक की आँखें खोल दी।
ऐसी ममतामयी माता के साथ प्रत्येक को प्रीतियुक्त भाव से व्यवहार करना चाहिए। कभी भूल कर भी उनसे कोई कटु एवं अपशब्द नहीं कहने चाहिए। माता -पिता की सेवा श्रद्धा से करनी चाहिए। जो माता -पिता की सेवा नहीं करता वह कृतघ्न है। उसकी संताने, उसकी भी सेवा नहीं करेंगी।
बड़े दुःख से कहना पड़ता है कि माता -पिता की इतनी ऊँची भावनाओं को भी हमारे युवा नहीं समझते और नासमझी में कई प्रकार की ऐसी गलतियां कर बैठते हैं जो उन्हें नहीं करनी चाहिए। इससे संबंधित एक घटना है।
एक समय की बात है ,एक नवयुवक वेश्यागामी था और एक वेश्या से अति प्यार करता था। यहाँ तक कि प्रत्येक वस्तु प्रेम के आगे न्योछावर करने को तैयार रहता था। एक दिन वेश्या ने पूछा -क्या आप सचमुच ही मुझसे प्रेम करते हैं ? उसने कहा -क्या इसमें भी संदेह है ?वेश्या ने कहा -अच्छा तो फिर तुम अपनी माँ का कलेजा लाकर दो तब मुझे यकीन आयेगा। वह नवयुवक भागता हुआ अपनी माँ के पास गया और उसको मारकर कलेजा लेकर एकदम वेश्या के पास पहुँच ही रहा था कि मार्ग में ठोकर खा कर गिर पड़ा। तभी माँ का कलेजा बोला --मेरे बच्चे !चोट तो नहीं आई कहीं ?
पर उस मदमस्त युवक को होश कहाँ ?वेश्या के पास जाकर कलेजा रख दिया। पर प्रसन्न होने के बदले वह गुस्से में बोली --अरे दुष्ट !तूने अपनी माँ का प्रेम न समझा तो मुझे क्या समझेगा ?कहने का अभिप्राय यह है कि वेश्या के हृदय में भी माँ के प्रति कितने पवित्र भाव थे ,जिन्होंने उस युवक की आँखें खोल दी।
ऐसी ममतामयी माता के साथ प्रत्येक को प्रीतियुक्त भाव से व्यवहार करना चाहिए। कभी भूल कर भी उनसे कोई कटु एवं अपशब्द नहीं कहने चाहिए। माता -पिता की सेवा श्रद्धा से करनी चाहिए। जो माता -पिता की सेवा नहीं करता वह कृतघ्न है। उसकी संताने, उसकी भी सेवा नहीं करेंगी।
सुविचार 3/9/2018 - Hindi Quotes
- संसार के आश्चर्य और वैचित्र्य को बुद्धि से नहीं आत्मा के द्वारा जानें। -आचार्य विनोबा भावे
- जब संतोष धन आता है ,तो अन्य धन धूल के समान हो जाते हैं। -गोस्वामी तुलसीदास
- मनुष्य का ज्ञान ही उसका परम् मित्र है ,वही मूर्खता व आलस्य निकृष्ट शत्रु है। -सर डब्ल्यू टेम्पिल
- खुद को खुश करने का बेहतरीन तरीका है किसी और को खुश करने की कोशिश करना। -मार्क ट्वेन
- यदि कोई सत्य तुम्हारे माता -पिता अथवा सगे -संबंधियों के खिलाफ हो तो भी उसी सत्य पर टिके रहो। -कुरान शरीफ
- अगर आप ध्यान देना शुरू करें तो हर दिन कुछ नया सीखेंगे। -रे ले ब्लांड
- जो कुछ किसी से कहो ,उसे अवश्य पूरा करो ,यदि पूरा करने का विचार ही नहीं तो कहो मत। -बाइबिल
- मैं नहीं जानता कि सफलता की सीढ़ी क्या है पर असफलता की सीढ़ी है हर किसी को खुश करने की कोशिश। -बिल कोस्बी
- असफलता तभी आती है जब हम अपने आदर्श ,उदेश्य और सिद्धांत भूल जाते हैं। -पं जवाहरलाल नेहरू
- जो मनुष्य अपनी विद्या और ज्ञान को कार्य रूप में परिणित कर सकता है ,वह दर्जनों कल्पना करने वालों से श्रेष्ठ है। -इमरसन
Sunday, September 2, 2018
सुविचार 2/9/2018 - Hindi Quotes
- कोई खतरा मोल नहीं लेना ही सबसे बड़ा खतरा है। रिस्क नहीं लेने की रणनीति हमेशा विफल होती है। -मार्क जकरबर्ग
- अगर सफकता के प्रति मैं पूरी तरह प्रतिबद्ध रहूं तो असफलता मुझ पर कभी हावी नहीं होगी। -औजी मेडिना
- जो व्यक्ति दूसरों की सहायता में तत्पर रहते हैं ,उन कष्ट स्वतः ही दूर हो जाते हैं। -चाणक्य
- अत्यधिक परिचय से अवज्ञा उत्पन्न होती है और किसी पास लगातार जाने से निरादर होता है। -शार्गधर
- हताश न होना सफलता का मूल मंत्र है। उत्साह मनुष्य को कर्मों के प्रति प्रेरित करता है और कर्म को फल बनाता है। -वाल्मीकि
- मेरे लिए वर्तमान ही सब कुछ है। भविष्य की चिंता हमें कायर बना देती है ,भूत का भार हमारी हमारी कमर तोड़ देता है। -प्रेमचंद
- सबके पास समान प्रतिभा नहीं है ,लेकिन सबके पास अपनी प्रतिभा को विकसित करने के लिए समान अवसर जरूर हैं। -रतन टाटा
- हमारे जीवन का उस दिन अंत होना शुरू हो जाता है ,जिस दिन हम उन विषयों के बारे में चुप रहना शुरू कर देते हैं जो मायने रखते हैं। -मार्टिन लूथर किंग ,जूनियर
- एक आसान जीवन के लिए प्रार्थना न करें ,बल्कि एक चुनौती भरे जीवन को निभा पाने की शक्ति के लिए प्रार्थना करें। -ब्रूस ली
- किसी व्यक्ति का व्यक्तित्व उसके विचारों का समूह होता है ,जो वह सोचता है ,वैसा वह बन जाता है। -महात्मा गांधी
Saturday, September 1, 2018
सुविचार 1/9/2018 - Hindi Quotes
- व्यक्ति को जरूरत से ज्यादा सरल व ईमानदार नहीं होना चाहिए। सीधे तने के पेड़ सबसे पहले काटे जाते हैं। -चाणक्य
- सफलता की कुंजी बेहद आसान है। सही काम ,सही ढंग से सही वक्त पर करें। -अर्नाल्ड एच ग्लास्गो
- आशा या उम्मीद कभी भी आपको छोड़ कर नहीं जाती है ,आप ही इसे छोड़ते हैं। -जार्ज विनवर्ग
- सम्भव की सीमा जानने का केवल एक ही तरीका है। असम्भव से भी आगे निकल जाना। -स्वामी विवेकानंद
- आप जो कुछ चाहते हैं ,वह आपको मिल जाएगा ,यदि आप यह विचार त्यागने के लिए तैयार हैं कि आप उसे प्राप्त नहीं कर सकते। -राबर्ट एंथनी
- चिंता की बात यह नहीं है कि आप असफल हुए ,बल्कि चिंता तो तब होती है कि जब आप अपनी असफलता पर चिंतित नहीं होते। -अब्राहम लिंकन
- लोग भूल जाते हैं कि आपने क्या कहा ,क्या किया। यह जरूर याद रखते हैं की आपने उन्हें क्या अहसास कराया। -माया एंग्लो
- सफलता इससे ज्यादा कुछ नहीं है कि आप कुछ आसान से अनुशासन अपना लें और हर दिन इनका पालन करें। -जिम रान
- जीतने का इतना महत्व नहीं है जितना की जीतने के लिए प्रयास करने का महत्व होता है। -जिग जिगलर
- आपकी जिंदगी में दो ही अहम दिन हैं। पहला ,जिस दिन आप पैदा हुए और दूसरा जब आपको पता चला कि जीवन में आपका लक्ष्य क्या है। -मार्क ट्वेन
मोक्ष प्राप्त करने का अवसर केवल मनुष्य जन्म में ही मिलता है।
संसार रूपी मकान से निकलकर मोक्ष प्राप्त करने का अवसर केवल मनुष्य जन्म में ही मिलता है। मनुष्य कर्मफल के अनुसार पशु -पक्षियों ,कीट -पतंगों की योनियों में भटकता है। जब कभी मनुष्य जन्म मिलता है तो उसे विषय -वासना रूपी खुजली मन में उठती है और वह उसके चक्कर में पड़ जाता है। बस ,मनुष्य जन्म रूपी दरवाजा निकल जाता है और वह विविध योनिओं में भटकता रहता है। मनुष्य के साथ हर जन्म में वही होता है जो अंधे व्यक्ति के साथ हुआ।
एक अन्धा किसी बड़े भारी मकान के भीतर बंद हो गया। अब बेचारे को मार्ग मिलना कठिन हो गया ,परन्तु अंधे ने एक युक्ति सोची कि यदि मैं दीवार पकड़े -पकड़े इसके सहारे चलूँ तो दरवाजा अवश्य मिल जाएगा। अंधे ने ऐसा ही किया ,परन्तु दीवार पकड़े -पकड़े जब भी वह दरवाजे के सामने आता ,तो उसकी देह में खुजली उठती जिससे वह दोनों हाथों से दीवार का सहारा छोड़ खुजलाने लगता। इसी भाँति उसने सैकड़ों चक्कर लगाए ,पर हर बार दरवाजा निकल जाता था वह यों ही हाथ मलता रह जाता था।
इसका भाव यह है कि यह जीवात्मारूपी अन्धा पुरुष जन्म -जन्मांतर रूपी मकान के घेरे में पड़ा उससे निकलने का प्रयास करता है। यह ज्ञात रहे कि अंदर से निकलने का दरवाजा एकमात्र मनुष्य -योनि है। जब मनुष्य जन्म मिलता है तब -तब उसमें विषय -वासना रूपी खुजली उठा करती है ,विषयों में ही इसकी उम्र व्यतीत हो जाती है और मनुष्य -शरीर -रूपी दरवाजा निकल जाता है। जन्म -जन्मांतर तक जीव विभिन्न योनियों में भटकता रहता है।
एक अन्धा किसी बड़े भारी मकान के भीतर बंद हो गया। अब बेचारे को मार्ग मिलना कठिन हो गया ,परन्तु अंधे ने एक युक्ति सोची कि यदि मैं दीवार पकड़े -पकड़े इसके सहारे चलूँ तो दरवाजा अवश्य मिल जाएगा। अंधे ने ऐसा ही किया ,परन्तु दीवार पकड़े -पकड़े जब भी वह दरवाजे के सामने आता ,तो उसकी देह में खुजली उठती जिससे वह दोनों हाथों से दीवार का सहारा छोड़ खुजलाने लगता। इसी भाँति उसने सैकड़ों चक्कर लगाए ,पर हर बार दरवाजा निकल जाता था वह यों ही हाथ मलता रह जाता था।
इसका भाव यह है कि यह जीवात्मारूपी अन्धा पुरुष जन्म -जन्मांतर रूपी मकान के घेरे में पड़ा उससे निकलने का प्रयास करता है। यह ज्ञात रहे कि अंदर से निकलने का दरवाजा एकमात्र मनुष्य -योनि है। जब मनुष्य जन्म मिलता है तब -तब उसमें विषय -वासना रूपी खुजली उठा करती है ,विषयों में ही इसकी उम्र व्यतीत हो जाती है और मनुष्य -शरीर -रूपी दरवाजा निकल जाता है। जन्म -जन्मांतर तक जीव विभिन्न योनियों में भटकता रहता है।