- आलस्य दरिद्रता का मूल है। जिसका चित्त आलस्य से पूर्ण होता है ,वह अपना हित नहीं समझ सकता ,दूसरों का हित भला क्या समझेगा। -गौतम बुद्ध
- नकारात्मक विचारों के साथ आप जो कुछ भी करते हैं ,सकारात्मकता से हर चीज को उससे बेहतर कर सकते हैं। -जिम जेगलर
- नेतृत्व का गुण कभी सिखाया नहीं जा सकता। इसे केवल सीखा जा सकता है। -हेरोल्ड एस जेनीन
- थैली पर लगे लेबल पर भरोसा न करें। -टी फुलर
- बड़े काम करने का एक ही तरीका है जो भी करें उससे प्यार करें। अगर अब तक ऐसा काम नहीं मिला है उसे ढूंढे। -स्टीव जॉब्स
- यदि आप सच में किसी चीज की चाहत रखते हैं ,तो उसका इंतजार मत करिए बल्कि खुद को बेसब्र होना सिखाएं। -गुरुबख्श चहल
- हमेशा आगे बढ़ते रहने और उसपर विश्वास करने से कठिनाइयां खुद ब खुद दूर हो जाती हैं। असम्भव दिखने वाले काम सम्भव हो जाते हैं। -जेरिमी कोलियर
- व्यक्ति अपने विचारों से निर्मित प्राणी है ,वह जो सोचता है वही बन जाता है। -महात्मा गांधी
- बुद्धिमान व्यक्ति उस समय सीखते हैं जब वे ऐसा कर सकते हैं ,लेकिन मूर्ख व्यक्ति उस समय सीखते हैं जब उनके लिए ऐसा करना बहुत जरूरी हो जाता है। -आर्थर वैलेस्ले
- हम जो कुछ करते भी करते हैं ,वह हमारे स्वत्व का निर्धारण करता है ,जबकि अवकाश में हम जो करते हैं ,वह हमारी सत्ता का निर्धारण करता है। -जार्ज ईस्टमैन
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