- ज्ञान इच्छा की आँख है ,यह आत्मा की किश्ती को पर लगाने वाला बन सकता है। -विल ड्यूरेंट
- आलसी मनुष्य अपना पुरुषार्थ गवां देते हैं जिससे उन्हें कहीं भी सफलता नहीं मिलती। -ऋग्वेद
- किसी सिद्धांत पर विश्वास करना लेकिन खुद उसपर अमल न करना बेईमानी है। -महात्मा गांधी
- आपत्ति -विपत्ति के समय क्षुद्र लोग ही घबराते हैं ,महान पुरुष अविचल ही रहते हैं। -रश्मि माला
- हर कार्य के लिए समय होता है और समय के लिए कार्य होता है। -बाइबिल
- शिक्षा जीवन के लिए है जीविका के लिए नहीं। -सत्य सांईबाबा
- अच्छे विचारों तथा प्रयासों का परिणाम निसंदेह अच्छा होगा। -स्वामी विवेकानंद
- कोई भी व्यक्ति अनेक और बड़ी गलतियां किए बिना कभी महान नहीं हुआ। -ग्लैडस्टन
- दुष्ट जनों के सोते रहने तथा संत जनों के जागते रहने में ही समाज का कल्याण है। -संत कबीरदास
- गलती स्वीकार करना झाड़ू के समान है ,जो गंदगी को हटाकर सतह को साफ कर देती है। -महात्मा गांधी
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