- आप दर्पण में अपना चेहरा देख सकते है पर अपने कर्म में अपनी आत्मा को देख सकते हैं। -जॉर्ज बर्नाड शा
- सिद्धन्तों में असली ताकत तभी आती है जब पेट पूरी तरह से भरा हो। -मार्क ट्वेन
- मानव दूसरों के दोष देखकर हंसता है। तब उसे अपने दोष याद नहीं आते ,जिनका न आदि है और न अंत। -कबीरदास
- चिंता और तकलीफे परिस्थितियों से लड़कर नहीं ,अंदरूनी कमजोरी पर विजय पाने से दूर होगी। -स्वामी रामतीर्थ
- जो नहीं है उसकी कामना करके जो है उसे बर्बाद न करें क्योंकि जो है उसकी कभी आप उम्मीद ही करते थे। -एपिक्यूरस
- प्रेम कर्कश को मधुर बनाता है ,पापी को पुण्यवान बनाता है और अंधकार को प्रकाशमय बना देता है। -बंकिमचंद्र चटर्जी
- हमारी श्रद्धा मोमबत्ती की तरह होनी चाहिए ,जो हमे तो प्रकाश देती ही है ,हमारा आसपास भी रोशन करती है। -महात्मा गांधी
- जीवन की आधी नाकामियों का कारण घोड़े के छलांग लगाते समय उसकी लगाम खींच लेना होता है। -चार्ल्स डिकेंस
- मित्रों की असली मदद हमारी उतनी मदद नहीं करती जितना कि केवल यह विश्वास कि वे जरूरत में हमारी मदद करेंगे। -एपिक्यूरस
- हर नेक काम पहले असम्भव लगता है। -थॉमस कारलाइली
0 comments:
Post a Comment