Gyaan Sangam
  • Home
  • Gyaan Sangam
  • Hindi Quotes
  • Health

Monday, August 27, 2018

सुविचार 27/8/2018 - Hindi Quotes

 Updesh Kumari     August 27, 2018     Hindi Quotes     No comments   


  1. यदि मनुष्य परोपकारी नहीं है तो उसमें और दीवार में खिंचे चित्र में क्या फर्क है। -शेख सादी 
  2. यदि आप इंद्रधनुष चाहते हैं तो आपको बारिश को तो सहन करना ही होगा। -डाली पार्टन 
  3. ऐसी कोई भी वस्तु नहीं है ,जिसे अभ्यास से हासिल न किया जा सकता हो। -संत ज्ञानेश्वर 
  4. इच्छाओं का संघर्ष यह प्रकट करता है कि जीवन व्यवस्थित होना चाहता है। -खलील जिब्रान 
  5. सामर्थ्य का पूर्ण न करना सबसे बड़ा अपराध है। जब आप पूर्ण क्षमता के साथ कार्य निष्पादन करते हैं ,तब आप दूसरों की सहायता करते हैं। -रोजर विलियम्स 
  6. दुनिया की महत्वपूर्ण वस्तुओं में से ज्यादातर उन व्यक्तियों द्वारा हासिल की गई है जिन्होंने बिलकुल आशा नहीं होते हुए भी प्रयास करना बंद नहीं किया। -डेल कार्नेगी 
  7. सेवा ,सरलता और कर्तव्यपरायणता ,ईमानदारी व जितेन्द्रियता- ये सत्पुरुषों के पांच लक्षण हैं। इन गुणों को धारण करने वाला गृहस्थ किसी संत से कम पूजनीय नहीं है। -स्वामी कृष्ण बोधाश्रम जी महाराज 
  8. शराब आदमी का शरीर ही नहीं आत्मा का भी नाश करती है। -महात्मा गांधी 
  9. किसी एक विचार को अपना लक्ष्य बनाओ। उसी के बारे में सोचो और काम करो ,तुम पाओगे कि सफलता तुम्हारे कदम चूम रही है। -स्वामी विवेकानंद
  10. साधारण लोग अपनी हर बुराई का दोषी दूसरे को ठहराते हैं ,अल्पज्ञानी स्वयं को और विशेष ज्ञानी किसी को नहीं। -एपिकटस 
  • Share This:  
  •  Facebook
  •  Twitter
  •  Google+
  •  Stumble
  •  Digg
Email ThisBlogThis!Share to XShare to Facebook
Updesh Kumari
सुंदर विचारों को लिखकर प्रकट करना मेरी आदत में शुमार है। मैने सन 1995 में हिंदी साहित्य में (शिवप्रसाद का कथा साहित्य ) शोध प्रबंध लिखा था। मुझे अध्यापन कार्य करते हुए पच्चीस वर्ष से ज्यादा हो चुके हैं। विचारों को एकत्रित कर सहेजना मेरी खूबी रही है। मुझे अपने विचार व्यक्त करना भी बहुत अच्छा लगता है। मुझे ये बतलाते हुए गर्व है कि मेरे द्वारा पढ़ाये गये छात्र शत -प्रतिशत परिणाम लाये हैं और उच्च पदों पर कार्यरत हैं। ये कहने की कोई आवश्यकता नहीं है कि विभिन्न कार्यक्रमों को संचालित करने का सदैव अवसर मिलता रहा है। मैं अपने पारिवारिक व कार्यस्थल से पूर्ण संतुष्ट हूँ। लिखना मेरा शौक है मजबूरी नहीं। मै आशा करती हू कि आप मेरे द्वारा लिखे गये को पसंद करेंगें।
Newer Post Older Post Home

0 comments:

Post a Comment

About Me

My photo
Updesh Kumari
सुंदर विचारों को लिखकर प्रकट करना मेरी आदत में शुमार है। मैने सन 1995 में हिंदी साहित्य में (शिवप्रसाद का कथा साहित्य ) शोध प्रबंध लिखा था। मुझे अध्यापन कार्य करते हुए पच्चीस वर्ष से ज्यादा हो चुके हैं। विचारों को एकत्रित कर सहेजना मेरी खूबी रही है। मुझे अपने विचार व्यक्त करना भी बहुत अच्छा लगता है। मुझे ये बतलाते हुए गर्व है कि मेरे द्वारा पढ़ाये गये छात्र शत -प्रतिशत परिणाम लाये हैं और उच्च पदों पर कार्यरत हैं। ये कहने की कोई आवश्यकता नहीं है कि विभिन्न कार्यक्रमों को संचालित करने का सदैव अवसर मिलता रहा है। मैं अपने पारिवारिक व कार्यस्थल से पूर्ण संतुष्ट हूँ। लिखना मेरा शौक है मजबूरी नहीं। मै आशा करती हू कि आप मेरे द्वारा लिखे गये को पसंद करेंगें।
View my complete profile

Popular Posts

  • बोया पेड़ बबूल का तो आम कहां से होय।
    माता -पिता हमारे लिए पूजनीय होते हैं लेकिन उनकी वृद्धावस्था में जब हम उनका साथ नहीं दे पाते तो बाद में हमे बड़ा पछतावा होता है। सोहन को वृद्...
  • मानव -शरीर एक घोडा गाड़ी
    मनुष्य शरीर क्या है ?कठोपनिषद में मनुष्य शरीर की तुलना एक घोडा गाड़ी से की गई है मनुष्य के शरीर में दस इंद्रियां -पांच ज्ञानेन्द्रियां -...
  • निराशाजनक स्थिति में हालात नहीं अपना नजरिया बदलें।
    निराशा से बचने का एक तरीका यह है कि किसी से कोई उम्मीद मत रखिए। इसके लिए कुछ सुझाव है -  अच्छी बातों को याद रखिए और बुरी बातों को भूल जा...
  • संसार तो नाम ही खट -खट का है, इससे कहां तक बचोगे ?
    लोग सोचते हैं कि घर के धंधों में प्रभु -भक्ति का समय ही नहीं निकलता। सब कुछ छोड़कर कहीं एकांत में भजन करेंगे। यही सोच लोग घर बार छोड़कर चल दे...
  • अहंकार पर विजय कैसे हो
    ईश्वर में विश्वास बनाये रखना अति आवश्यक है तभी हमारे अहंकार पर नियंत्रण होगा और हम अच्छे कार्य करते हुए शांतचित्त बने रह सकते है। जब मनुष्य...

Blog Archive

  • ▼  2018 (171)
    • ►  September (32)
    • ▼  August (36)
      • बुरी संगति में न बैठिए ,क्योंकि बुरी संगति अच्छी न...
      • सुविचार 31/8/2018 - Hindi Quotes
      • ईर्ष्या एक शीतल आग है जो मनुष्य को धीरे -धीरे जला ...
      • सुविचार 30/8/2018 - Hindi Quotes
      • दान व त्याग से मनुष्य का मान -सम्मान बढ़ता है।
      • सुविचार 29/8/2018 Hindi Quotes
      • सुविचार 28/8/2018 - Hindi Quotes
      • संसार तो नाम ही खट -खट का है, इससे कहां तक बचोगे ?
      • सुविचार 27/8/2018 - Hindi Quotes
      • नाम-स्मरण की उचित विधि व ओउम का जाप कैसे हो ?
      • सुविचार 26/8/2018 - Hindi Quotes
      • सुविचार 25/8/2018 - HINDI Quotes
      • सुविचार 22/8/2018 - Hindi Quotes
      • सुविचार 21/8/2018 - Hindi Quotes
      • सुविचार 20/8/2018 - Hindi Quotes
      • सुविचार 19/8/2018 - Hindi Quotes
      • सुविचार 18/8/2018 - Hindi Quotes
      • सुविचार 17/8/2018 - Hindi Quotes
      • मोह -लालच में फंसकर मनुष्य जन्म -जन्मांतर तक नाचता...
      • स्वेच्छा से त्याग करने पर सुख व आनंद की अनुभूति हो...
      • सुविचार 16/8/2018 - Hindi Quotes
      • सुविचार 15/8/2018 - Hindi Quotes
      • सुविचार 14/8/2018 - Hindi Quotes
      • सुविचार 13/8/2018 - Hindi Quotes
      • सुविचार 12/8/2018 - Hindi Quotes
      • सुविचार 11/8/2018 - Hindi Quotes
      • सुविचार 10/8/2018 - Hindi Quotes
      • सुविचार 9/8/2018 - Hindi Quotes
      • सुविचार 8/8/2018 - Hindi Quotes
      • बात पते की 7/8/2018 - Hindi Quotes
      • बात पते की 6 /8/2018 - Hindi Quotes
      • बात पते की 5/8/2018 - Hindi Quotes
      • बात पते की 3/8/2018 - Hindi Quotes
      • बात पते की 4/8/2018 - Hindi Quotes
      • बात पते की 02/08/2018 - Hindi Quotes
      • बात पते की 01/08/2018 - Hindi Quotes
    • ►  July (58)
    • ►  June (45)

CATEGORIES

Gyaan Sangam (64) Hindi Quotes (102) हेल्थ (6)

Total Pageviews

Sample Text

Copyright © Gyaan Sangam | Powered by Blogger
Design by Sachin | Managed by Updesh Kumari