- जो व्यक्ति दूसरों की भलाई करना चाहता है ,वह अपनी भलाई अपने आप ही सुनिश्चित कर लेता है। -कन्फ्यूशियस
- ईश्वर की अनुकम्पा ,सहायता ,प्रेरणा में विश्वास ऐसी शक्ति है जो मनुष्य को जीवन पर्यन्त सहायता देती है। -डॉ रामचरण महेंद्र
- जिस मनुष्य में सभ्यता और ईमानदारी नहीं ,उसके लिए समस्त ज्ञान कष्टकारी है। -मोंटेन
- एक पत्थर की भी तकदीर संवर सकती है शर्त ये है के सलीके से तराशा जाए। -मंजूर नदीम
- किसी मुर्ख व्यक्ति की पहचान उसके वाचालता से होती है ,तथा बुद्धिमान व्यक्ति की पहचान उसके मौन रहने से होती है। -पाइथागोरस
- हमारी नैतिक प्रकृति जितनी उन्नत होती है उतना ही उच्च हमारा प्रत्यक्ष अनुभव होता है और उतनी हमारी इच्छा शक्ति अधिक बलवती होती है। -स्वामी विवेकानंद
- प्रत्येक मनुष्य जिससे मै मिलता हूं ,किसी न किसी रीत में मुझसे श्रेष्ठ होता है ,इसलिए मै उससे कुछ शिक्षा लेता हूं। -एमरसन
- असफल होने की चिंता न करें। चिंता उन मौकों को गंवाने की करें ,जिनके लिए आपने कोशिश तक नहीं की। -जेक केनफील्ड
- बीते कल से सीखें ,आज में जियें और कल पर भरोसा रखें ध्यान रखें कि प्रश्न पूछना कतई बंद न करें। -अल्बर्ट आइंस्टीन
- जोखिम उठाइये। पूरी जिंदगी एक जोखिम है। सबसे आगे निकलने वाला व्यक्ति सामान्यतया वह होता है ,जो कर्म और दुस्साहस के लिए इच्छुक हो। -डेल कार्नेगी
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