- प्रसन्न रहने से न केवल मस्तिष्क में अच्छे विचार आते हैं ,बल्कि हमारा चित्त शुभ कार्यों की ओर लगा रहता है। -रवीन्द्रनाथ टैगोर
- दुःख जितनी गहराई तक आपको तराशता है ,आप उतना सुख अपने में समाने के काबिल हो जाते हैं। -खलील जिब्रान
- आप अपनी शक्ति फिर पा लेते हैं जब आप उससे प्रेम करते हैं जिससे नफरत करना आपको सिखाया गया था। -ब्रायंट मैकगिल
- यदि आप महान काम नहीं कर सकते तो छोटे काम महान तरीके से करें। -नेपोलियन हिल
- जीवन की त्रासदी यह नहीं है कि आप अपने लक्ष्य तक नहीं पहुंच पाए। त्रासदी तो पहुंचने के लिए लक्ष्य ही न होने में है। -बेंजामिन मेस
- सत्य को कोई भय नहीं होता जबकि असत्य हर परछाई देखकर कांप जाता है। -हेराल्ड एवन्स
- तन विष की बेल है तो गुरु अमृत की खान। सिर देकर भी गुरु मिले तो समझना चाहिए कि सौदा सस्ता है। -कबीरदास
- दोस्त वह है ,जो आपको अपनी तरह जीने की पूरी आजादी दे। -जिम मॉरिसन
- असली लोकतंत्र वह है जिसमें सत्ता साधन सम्पन्न लोगों के नहीं ,बल्कि साधारण लोगों के हाथ में हो। -अरस्तू
- जीवन में ऐसे प्रसंग और स्थितियां भी आती हैं जब बुद्धिमत्ता इसी में होती है कि अति बुद्धिमान न बना जाए। -शिलर
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