- व्यवहार वह दर्पण है जिसमें व्यक्ति का प्रतिबिम्ब देखा जा सकता है। -गेटे
- कठिनाइयों एवं बाधाओं का खिलाडी की तरह सामना करने वाला अंततः सफलता पाने में सफल होता है। -स्वामी कृष्णानंद
- जन्म से न कोई किसी का मित्र होता है ,न ही शत्रु। मित्र और शत्रु हमारे व्यवहार पर निर्भर करते हैं। -अज्ञात
- दूसरों को अनुशासित रखने के लिए खुद का अनुशासन में रहना जरूरी है। ---सूत्रकृतांग
- जो सही है उसे करने के लिए हर समय श्रेष्ठ है। -मार्टिन लूथर किंग जूनियर
- लगातार सफलता हमें संसार का एक पक्ष दिखाती है। आपत्तियां उस चित्र का दूसरा पक्ष भी बताती हैं। -कोलटन
- शास्त्र पढ़कर भी लोग मूर्ख हैं यदि वे उसके अनुसार आचरण नहीं करते। -हितोपदेश
- हितकारी अप्रिय वचन का होता है अहितकारी वचन स्नेहरहित का होता है। -महाभारत
- निर्णय जल्दी किए जाने चाहिए ,लेकिन देर तक सोचने के बाद ही। -बर्नाड शा
- लोग तुम्हारे स्वाभिमान की परवाह नहीं करते ,पहले खुद को साबित करके दिखाओ। -रत्न टाटा
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