1 जिस त्याग से अभिमान उत्पन्न होता है ,वह त्याग नहीं है। अभिमान का त्याग ही सच्चा त्याग है। -आचार्य विनोबा भावे
2 पुस्तकें वे विश्वस्त दर्पण हैं , जो संतों और शूरों के मस्तिष्क का परावर्तन हमारे मस्तिष्क पर करती हैं। --गिबन
3 संसार में ज्ञानी ,तपस्वी ,शूरवीर ,कवि ,विद्वान् और गुणवान सभी लोभ के कारण उपहास के पात्र हुए हैं। --तुलसीदास
2 पुस्तकें वे विश्वस्त दर्पण हैं , जो संतों और शूरों के मस्तिष्क का परावर्तन हमारे मस्तिष्क पर करती हैं। --गिबन
3 संसार में ज्ञानी ,तपस्वी ,शूरवीर ,कवि ,विद्वान् और गुणवान सभी लोभ के कारण उपहास के पात्र हुए हैं। --तुलसीदास
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