- अपनी क़द्र करना चाहते हो तो अपनी वाणी की कद्र करना सीखो। कम बोलो ,काम का बोलो। --मुनि श्री तरुणसागर
- किसी को अपनी प्रशंसा करने के लिए विवश कर देने का केवल एक ही उपाय है कि सत्कर्म करें। -वाल्टेयर
- सत्य सिद्धांत नहीं ,अनुभूति है। इसे शास्त्र में नहीं ,स्वयं में ही खोजना पड़ता है। --ओशो
- आशा उत्साह की जननी है। आशा में तेज है ,बल है ,जीवन है। आशा ही संसार की संचालन शक्ति है। --प्रेमचंद
- निराशावादी हर अवसर में मुश्किल देखता है जबकि आशावादी हर मुश्किल में अवसर तलाश लेता है। --विंस्टन चर्चिल
- निष्काम कर्म करने में ही सच्चे धर्म का पालन है और वही वास्तविक योग है। ---श्री गुरुग्रंथ साहिब
- धन खाद की तरह है। जब तक इसे फैलाया न जाए ,तब तक यह बहुत कम उपयोगी होता है। --फ़ॉसिस बेकन
- हमारे जीवन का उद्देश्य संसार के प्रति भलाई होनी चाहिए ,न कि अपने गुणों का गान। --स्वामी विवेकानंद
- सुखी वह है ,जो इस संसार को एक स्वर्गीय उपवन में परिणत कर देता है। --स्वामी रामतीर्थ
- छोटेलोग आपकी महत्वाकांक्षाओं को तुच्छ बनाने का प्रयास करते हैं, वही महान लोग महान बनने की प्रेरणा देते हैं।-- मार्क ट्वेन
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