तनाव भगाओ ,खुश हो
जाओ -इंसानी जीवन मिला है तो तनाव होना भी स्वाभाविक ही है और अगर चिलचिलाती गरमियां
हो ,तो कभी -कभी बेवजह ही तनाव घेर लेता है। दुनिया भर की मुश्किलों के अलावा गरमी
का मौसम कई तरह की दिक्क़तें पैदा कर देता है। इन दिक़्क़तों का ही मिला जुला परिणाम होता
है रोजमर्रा का तनाव और इससे छुटकारा पाना हो तो उसके लिए चाहिए कुछ करने की इच्छा
शक्ति क्योंकि अगर आप ही किसी चीज को पकड़े रहेंगे तो उससे निजात कैसे मिलेगी।
अगर तनाव को दूर रखना
है तो सबसे जरूरी है अपनी दिनचर्या नियमित रखना। सुबह -सुबह उठ कर कम से कम आधा घंटे
की सैर आपको तरोताजा रखने में मदद करेगी। हरी घास पर सुबह नंगे पैर टहलना और भी फायदेमंद
होता है। इसके अलावा रात को भी खाना खाने के थोड़ी देर बाद टहलना चाहिए।
गर्मियों में बहुत
-सी समस्याएं जैसे पसीने की दुर्गंध व् थकावट आदि आमतौर पर सभी को होने लगती है ,लेकिन
एक कहावत -सौ सुनार की और एक लुहार की -यहां बिल्कुल उपयुक्त सिद्ध होती हैयह लुहार
है पानी ,क्योंकि गरमी के मौसम में पानी ही है जो रोजमर्रा की आम समस्याओं से छुटकारा
दिला सकता है। औसत रूप से एक सामान्य व्यक्ति को दिन में आठ गिलास पानी पीना चाहिए
और गर्मियों में यही मात्रा दस से पन्द्रह गिलास तक या इससे भी ज्यादा की जा सकती है।
जितना पानी आप पिएंगे ,स्वास्थ्य के लिए उतना ही अच्छा रहेगा जैसा कि कहा गया है -एक
तंदरुस्ती हजार नियामत। इन्ही हजार नियामतों में से एक है -तनाव से मुक्त
तनाव दूर करने के लिए किसी
तेल से सिर में मालिश की जा सकती है। पुराने समय से ही मालिश को तनाव दूर करने का कारगर
तरीका माना जाता रहा है। तो बस ये तरीके अपनाइए और तनाव भगाइए। ````और हो जाइये एकदम
ठंडा -ठंडा ,कूल -कूल। मस्त रहिये खुश रहिये।
Excellent
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