1.
विद्यार्थियों
की शिक्षक संस्कार रूपी
जड़ों में खाद
देते हैं और
अपने श्रम से
उन्हें सींच -सींच कर
महाप्राण शक्तियां बनाते हैं।
-महर्षि अरविन्द
2.
वह
दृढ़ प्रतिज्ञ मानव
,जो प्राण देने
के लिए तैयार
रहता है ,ब्रह्मांड
तक को हाथों
पर उठा सकता
है। -रोम्या रोलां
3.
जो
एक साथ बहुत
कुछ कर डालने
की प्रतीक्षा में
है ,वह कभी
कुछ नहीं कर
पायेगा। -सैम्युअल जॉनसन
4.
जो
निःस्वार्थ भलाई करता
है ,वह न
तो प्रशंसा का
आकांक्षी होता और
न पुरस्कार का।
ये उसे स्वतः
प्राप्त हो जाते
हैं। -विलियम पेन
5.
गलती
न करना मनुष्य
के वश की
बात नहीं ,लेकिन
समझदार लोग गलतियों
से भविष्य के
लिए सबक सीख
लेते हैं।- प्लूटार्क
6.
अच्छा
स्वास्थ्य जीवन के
आनंद को जीवंत
बनाता है। इसके
बिना हमारा जीवन
नीरस हो जाता
है। -विलियम टैम्पल
7.
डूबने
वाले के साथ
सहानुभूति का यह
अर्थ नहीं कि
उसके साथ डूब
जाओ ,बल्कि तैर
कर उसे बचाने
का प्रयत्न करो।
-आचार्य विनोबा भावे
8.
पहले
अपराधी तो वे
हैं,जो अपराध
करते हैं और
दूसरे वे ,जो
उन्हें होने देते
हैं। -फुलर
9.
तीन
तरीकों से बुद्धिमान
बना जा सकता
है -गहन चिंतन
से ,दूसरों को
देखकर और अपने
अनुभव से सीख
कर। -कन्फ्यूशियस
10.
अपने
मस्तिष्क को उच्च
विचारों और आदर्शों
से भर लो
,उन्हीं से महान
कार्यों का जन्म
होगा। -स्वामी विवेकानंद
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