1 जिसको सदा जानने की इच्छा बनी रहती है और जो बिना जाने कभी संतुष्ट नहीं होता ,वही सच्चा दार्शनिक है। -सुकरात
2 भाषा की मर्यादा रखना जरूरी है ,क्योंकि भाषा बिगड़ती है तो जीवन में उथल -पुथल मच जाती है। -मुनिश्री तरुणसागर
3 संदेह का कार्य और परिणाम क्षय रोग के कीटाणु की तरह होता है। मनुष्य के विनाश का यही जन्मदाता है।- श्री सत्यसाई
4 पढ़ने से सस्ता कोई मनोरंजन नहीं और न ही कोई ख़ुशी उतनी स्थायी।-- लेडी मोंटेग्यू
5 आपकी तैयारियों की मुलाकात जब अवसर से होती है ,तो उसे किस्मत कहते हैं। -ओप्रा विनफ्रे
6 जब हम निर्माण करें तो ऐसा सोच कर करें कि यह हमेशा -हमेशा के लिए है। -जॉन रस्किन
7 हम अक्सर अवसर चूक जाते हैं ,क्योंकि इसने लबादा ओढ़ा होता है और यह काम की तरह नजर आता है। -थॉमस अल्वा एडिसन
8 किस्मत अक्सर उस सड़क पर मिलती है ,जिसे आदमी किस्मत से बचने के लिए चुनता है। -फ्रांसीसी कहावत
9 हम किसी चीज की बहुत आस करें ,उससे पहले देख ले कि जिनके पास वह पहले से है ,वे कितने सुखी हैं। -फ्रेंकोइस डे
10 समय के पैर नहीं ,पंख होते हैं। वह चलता नहीं ,उड़ता है। इसलिए अपनी रफ्तार बढ़ाओ ,वरना पिछड़ जाओगे। -मुनिश्री तरुणसागर
2 भाषा की मर्यादा रखना जरूरी है ,क्योंकि भाषा बिगड़ती है तो जीवन में उथल -पुथल मच जाती है। -मुनिश्री तरुणसागर
3 संदेह का कार्य और परिणाम क्षय रोग के कीटाणु की तरह होता है। मनुष्य के विनाश का यही जन्मदाता है।- श्री सत्यसाई
4 पढ़ने से सस्ता कोई मनोरंजन नहीं और न ही कोई ख़ुशी उतनी स्थायी।-- लेडी मोंटेग्यू
5 आपकी तैयारियों की मुलाकात जब अवसर से होती है ,तो उसे किस्मत कहते हैं। -ओप्रा विनफ्रे
6 जब हम निर्माण करें तो ऐसा सोच कर करें कि यह हमेशा -हमेशा के लिए है। -जॉन रस्किन
7 हम अक्सर अवसर चूक जाते हैं ,क्योंकि इसने लबादा ओढ़ा होता है और यह काम की तरह नजर आता है। -थॉमस अल्वा एडिसन
8 किस्मत अक्सर उस सड़क पर मिलती है ,जिसे आदमी किस्मत से बचने के लिए चुनता है। -फ्रांसीसी कहावत
9 हम किसी चीज की बहुत आस करें ,उससे पहले देख ले कि जिनके पास वह पहले से है ,वे कितने सुखी हैं। -फ्रेंकोइस डे
10 समय के पैर नहीं ,पंख होते हैं। वह चलता नहीं ,उड़ता है। इसलिए अपनी रफ्तार बढ़ाओ ,वरना पिछड़ जाओगे। -मुनिश्री तरुणसागर
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