1 साधारण दिखने वाले लोग ही दुनिया के सबसे अच्छे लोग होते हैं। यही वजह है कि भगवान ऐसे बहुत -से लोगों का निर्माण करते हैं। -अब्राहिम लिंकन
2 मानव के अंदर जो कुछ सर्वोत्तम है ,उसका विकास प्रशंसा तथा प्रोत्साहन के द्वारा किया जा सकता है। -चार्ल्स श्विव
3 जो व्यक्ति शत्रु बनाने से घबराता हो उसके जीवन में सच्चे मित्र भी कभी नहीं बन सकते। -विलियम हेज्लीट
4 हर व्यक्ति दुनिया की बदलने की सोचता है ,लेकिन कोई भी व्यक्ति खुद को बदलने के बारे में नहीं सोचता। -लियो टॉलस्टाय
5 खुद को समझने के लिए अपने दिमाग का इस्तेमाल कीजिए और दूसरों को संभालने के लिए दिल का। -एलेनॉर रूजवेल्ट
6 इंसान मकान बदलता है ,वस्त्र बदलता है ,दोस्त बदलता है ,फिर भी वह दुखी रहता है ,क्योंकि वह अपना स्वभाव नहीं बदलता। -स्वामी विवेकानंद
7 छोटी -सी बुराई को भी अपने पास न आने दे ,क्योंकि अन्य बड़ी बुराइयां इसके पीछे -पीछे चली आती हैं। -बाल्थज़र
8 कठिनाइयां हमें आत्मज्ञान कराती हैं। वे हमें दिखा देती हैं कि हम किस मिट्टी के बने हैं। -जवाहरलाल नेहरू
9आप जो करने से डरते हैं ,उसे करिए और करते रहिए। अपने डर पर विजय पाने का यही सबसे कारगर तरीका है। -डेल कारनेगी
10 प्रशंसा श्रेष्ठ मस्तिष्क वालों के लिए प्रेरणादायिनी होती है और क्षीण मस्तिष्क वालों के लिए अंत। -कोलटन
2 मानव के अंदर जो कुछ सर्वोत्तम है ,उसका विकास प्रशंसा तथा प्रोत्साहन के द्वारा किया जा सकता है। -चार्ल्स श्विव
3 जो व्यक्ति शत्रु बनाने से घबराता हो उसके जीवन में सच्चे मित्र भी कभी नहीं बन सकते। -विलियम हेज्लीट
4 हर व्यक्ति दुनिया की बदलने की सोचता है ,लेकिन कोई भी व्यक्ति खुद को बदलने के बारे में नहीं सोचता। -लियो टॉलस्टाय
5 खुद को समझने के लिए अपने दिमाग का इस्तेमाल कीजिए और दूसरों को संभालने के लिए दिल का। -एलेनॉर रूजवेल्ट
6 इंसान मकान बदलता है ,वस्त्र बदलता है ,दोस्त बदलता है ,फिर भी वह दुखी रहता है ,क्योंकि वह अपना स्वभाव नहीं बदलता। -स्वामी विवेकानंद
7 छोटी -सी बुराई को भी अपने पास न आने दे ,क्योंकि अन्य बड़ी बुराइयां इसके पीछे -पीछे चली आती हैं। -बाल्थज़र
8 कठिनाइयां हमें आत्मज्ञान कराती हैं। वे हमें दिखा देती हैं कि हम किस मिट्टी के बने हैं। -जवाहरलाल नेहरू
9आप जो करने से डरते हैं ,उसे करिए और करते रहिए। अपने डर पर विजय पाने का यही सबसे कारगर तरीका है। -डेल कारनेगी
10 प्रशंसा श्रेष्ठ मस्तिष्क वालों के लिए प्रेरणादायिनी होती है और क्षीण मस्तिष्क वालों के लिए अंत। -कोलटन
0 comments:
Post a Comment