जीवन एक सुंदर ,कोमल और सुगंधित फूलों का बुके है। फूल सूक्ष्मता ,कोमलता ,सौजन्यता ,धैर्य की अभिव्यक्ति है। सुगंधित पुष्प ईश्वर को अर्पित किये जाते हैं ताकि हमारे जीवन में ज्ञान की सुगंध भर जाये और हम अपने भीतर दिव्य गुणों को विकसित कर सकें। इसके लिए पहले हमें प्रतिदिन अपनी सोच में सकारात्मक संकल्प गूंथकर निम्नस्तरीय सांसारिक भावनाओं को दिव्य भावनाओं में बदलकर साधना करनी होगी।इससे हमारे अंदर प्रेरणाशक्ति का फूल खिलता है जिसे हम इंट्यूशन के नाम से भी जानते हैं। यह शक्ति सब कुछ जानती है और दिव्य कृपा की सर्वोच्च अभिव्यक्ति है। इसे एक ही समय में भूत ,वर्तमान और भविष्य का ज्ञान रहता।
प्रारम्भ में हमें बिजली की कौंध की तरह बीच -बीच में अंतर्दृष्टि के रूप में इंट्यूशन का अनुभव होगा। इंट्यूशन के लिए शांत मन का होना आवश्यक है ताकि इंट्यूशन के बीज का अंकुरण शुरू हो सके। यदि एक नकारात्मक विचार या भावना बनी रहती है तो यह प्रेरणाशक्ति के प्रवाह का विरोध करेगी। शरीर की जरूरतों को समझना ,पैसा कमाने के लिए आइडिया ,चतुराई पूर्वक उठाये गये कदम ,कब तेजी दिखाना है ,कब धीमे चलना -ये सब विचार हमे इंट्यूशन के जरिये ही उजागर होते हैं। प्रेरणाशक्ति हम सब में बह रही है लेकिन ,अनियमित रूप से ,रुक -रुककर। इसका कारण यह है कि हम स्थिति पर बिना ज्यादा विचार किये प्रतिक्रिया देते हैं। कठोर या रूखा व्यवहार कर सकते हैं। इसकी बजाए अपने विचार फूलों जैसे कोमल होने दीजिए। दिल को छू लेने वाली कोमल भावनाओं के साथ बोले। जैसे -जैसे हमारी साधना गहरी होती जाएगी ,हमारी प्रेरणाशक्ति बढ़कर हमारे पूरे जीवन को अपने आगोश में ले लेगी।
प्रारम्भ में हमें बिजली की कौंध की तरह बीच -बीच में अंतर्दृष्टि के रूप में इंट्यूशन का अनुभव होगा। इंट्यूशन के लिए शांत मन का होना आवश्यक है ताकि इंट्यूशन के बीज का अंकुरण शुरू हो सके। यदि एक नकारात्मक विचार या भावना बनी रहती है तो यह प्रेरणाशक्ति के प्रवाह का विरोध करेगी। शरीर की जरूरतों को समझना ,पैसा कमाने के लिए आइडिया ,चतुराई पूर्वक उठाये गये कदम ,कब तेजी दिखाना है ,कब धीमे चलना -ये सब विचार हमे इंट्यूशन के जरिये ही उजागर होते हैं। प्रेरणाशक्ति हम सब में बह रही है लेकिन ,अनियमित रूप से ,रुक -रुककर। इसका कारण यह है कि हम स्थिति पर बिना ज्यादा विचार किये प्रतिक्रिया देते हैं। कठोर या रूखा व्यवहार कर सकते हैं। इसकी बजाए अपने विचार फूलों जैसे कोमल होने दीजिए। दिल को छू लेने वाली कोमल भावनाओं के साथ बोले। जैसे -जैसे हमारी साधना गहरी होती जाएगी ,हमारी प्रेरणाशक्ति बढ़कर हमारे पूरे जीवन को अपने आगोश में ले लेगी।
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