- चरित्र दो बातों से परिलक्षित होता है ,एक आपकी विचारधारा और दूसरा आपके समय बिताने के ढंग से। -हर्बर्ट
- जब मन सच्चा होता है तो ख़ुशी हमारी परछाई की तरह हमसे जुड़ जाती है और कभी नहीं जाती। -भगवान बुद्ध
- हम क्या चाहते हैं ,यह जाने बिना इसे पाने के लिए जी -जान लगा देना ही दुःख है।- डान हेराल्ड
- विज्ञानं में ज्ञान का उदय होने के बाद विश्वास उत्पन्न होता है। आध्यात्म में विश्वास पहले उत्पन्न होता है और ज्ञान उसके बाद आता है। -श्री श्री रविशंकर
- आत्मविश्वास बढ़ाने की एक कारगर रीति यह है कि वही काम करो ,जिसे करते हुए भय लगता है।- डेल कारनेमी
- हजारों युद्धों में विजय प्राप्त करने से बेहतर है स्वयं पर विजय प्राप्त करना। यह एकमात्र ऐसी जीत है ,जिसे आपसे कभी भी छीना नहीं जा सकता है। -गौतम बुद्ध
- जो चापलूसी करना जानता है वह बदनाम करना भी जानता है। -नेपोलियन बोनापार्ट
- प्रसिद्धि वह प्यास है ,जो कभी बुझती नहीं। अगस्त्य ऋषि की तरह सागर को पीकर भी शांत नहीं होती। -प्रेमचंद
- सुखद दाम्पत्य के लिए जरूरी है कि जब पति क्रोध में आग बने तो पत्नी पानी बन जाए और पत्नी कभी अंगार बने तो पति जलधार हो जाए। -मुनिश्री तरुणसागर
- हमारी अधिकतर बाधाए स्वतः समाप्त हो जाएंगी ,यदि उनके सामने घुटने टेकने की बजाय उनसे निडरतापूर्वक निपटने का मन बना लें। -स्वेट मार्डेन
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