गरीबी उदास ------बनाती है।- ये विचार हैं -विख्यात कवि और नाटककार बर्टोल्ट ब्रेख्त के ,जो जर्मनी से संबंध रखते थे। उन्होंने दर्शन ,राजनीति और धर्म के बारे में काफी कुछ लिखा है। जानिए उन्ही की जुबान से कुछ महत्वपूर्ण जानकारियां -
*सभी ख़ुशी के पीछे भागते हैं ,जबकि वे नहीं जानते कि ख़ुशी उनके कदमों के नीचे है।
*मौत से डरो मत ,यह आधे -अधूरे जीवन की तुलना में कम भयावह होती है।
*कानून बनाने का एकमात्र उद्देश्य उन लोगों का शोषण करना ,जो इनके बारे में नहीं जानते। ताकि वे चुपचाप अपने दुखों को सहते रहें।
*कई बार अपनी इच्छा को पूरा करने के बजाय एक इंसान बनना ज्यादा महत्वपूर्ण है।
*अगर अच्छाई की मांग नहीं होगी तो लोग ज्यादा समय तक अच्छे नहीं बनना चाहेंगे।
*बुद्धिमत्ता का अर्थ कोई गलती न करना नहीं है ,बल्कि आप कितनी जल्दी गलती को सुधारते हैं ,वह बुद्धिमत्ता है।
*लोग वहीं के वहीं बने रहते हैं ,तब भी ,जबकि उनके मुखौटे निकल चुके होते हैं।
*लालची व्यवहार से भयानक कुछ भी नहीं।
*जो लोग सच नहीं जानते हैं वह कठपुतली होते हैं ,लेकिन जिन लोगों को सत्य का पता होता है और वे इसे झूठ कहते हैं ,वह इस दुनिया में सबसे बड़े अपराधी हैं।
*ज्ञान की दुनिया भी अजीब है। यहां सिखाने वाले अध्यापक खुद भी सीखते हैं कि क्या सिखाना है।
*सभी ख़ुशी के पीछे भागते हैं ,जबकि वे नहीं जानते कि ख़ुशी उनके कदमों के नीचे है।
*मौत से डरो मत ,यह आधे -अधूरे जीवन की तुलना में कम भयावह होती है।
*कानून बनाने का एकमात्र उद्देश्य उन लोगों का शोषण करना ,जो इनके बारे में नहीं जानते। ताकि वे चुपचाप अपने दुखों को सहते रहें।
*कई बार अपनी इच्छा को पूरा करने के बजाय एक इंसान बनना ज्यादा महत्वपूर्ण है।
*अगर अच्छाई की मांग नहीं होगी तो लोग ज्यादा समय तक अच्छे नहीं बनना चाहेंगे।
*बुद्धिमत्ता का अर्थ कोई गलती न करना नहीं है ,बल्कि आप कितनी जल्दी गलती को सुधारते हैं ,वह बुद्धिमत्ता है।
*लोग वहीं के वहीं बने रहते हैं ,तब भी ,जबकि उनके मुखौटे निकल चुके होते हैं।
*लालची व्यवहार से भयानक कुछ भी नहीं।
*जो लोग सच नहीं जानते हैं वह कठपुतली होते हैं ,लेकिन जिन लोगों को सत्य का पता होता है और वे इसे झूठ कहते हैं ,वह इस दुनिया में सबसे बड़े अपराधी हैं।
*ज्ञान की दुनिया भी अजीब है। यहां सिखाने वाले अध्यापक खुद भी सीखते हैं कि क्या सिखाना है।
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