(जो लोग ---शुक्रगुजार रहिए) -ये विचार हैं मार्सल प्रुस्त के -जो फ्रेंच भाषा के उपन्यासकार ,आलोचक और निबंधकार माने गए हैं।इन्होनें जीवन से संबंधित कई महत्वपूर्ण बिंदुओं पर प्रकाश डाला है -
- खोज का मतलब नई चीजों की तलाश करना नहीं होता ,बल्कि आसपास की चीजों को अलग नजरिए से देखना भी है।
- खुश रहना शरीर के लिए जरूरी है। लेकिन नई चीजों को जानने की तड़प होने से दिमाग का विकास होता है। ख़ुशी मिलती है।
- मनुष्य ज्यादातर मुश्किल निर्णय ऐसी स्थिति में लेता है जो लम्बे वक्त तक नहीं रहती है।
- कभी -कभी सपने देखना खतरनाक है तो उसका तोड़ यह नहीं कि सपने देखना ही छोड़ दें। सपने देखे। ज्यादा सपने देखें। हर वक्त ,हर समय सपनों की दुनिया में रहें।
- खुशियां बड़ा काम नहीं करती हैं ,लेकिन वे उदासी को करीब आने नहीं देती हैं।
- कभी भी चीजों की गहराई में उतरने से डरिए नहीं ,क्योंकि सच हमेशा सबसे नीचे ही कहीं दबा होता है।
- ज्यादातर लोग समझदारी की बातें या ज्ञान तभी बांटते है जब वे उदास होते हैं।
- बुद्धि कभी किसी से मिल नहीं सकती ,न ही आप इसे किसी से ले सकते हैं। यह ऐसा सफर है जिसपर आपको खुद और अकेले ही चलना पड़ता है।
- ज्यादातर समझदार लोग साधारण बातों को साधारण तरीके से कहने में विफल होते हैं।
- जो लोग आपको खुशियां देते हैं उनके प्रति हमेशा शुक्रगुजार रहिए। ऐसे लोग माली की तरह होते हैं जो हमारी जिंदगी में तरह -तरह के सुंदर फूल लगाते हैं।
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