- तकलीफें परिस्थितियों से लड़कर नहीं ,भीतरी खामियां खत्म करने से दूर होंगी ,जिनसे वे सच में पैदा हुई है। -स्वामी रामतीर्थ
- किसी व्यंजन की तरह कानून का सम्मान भी उन्हें बनाने के तरीके पर निर्भर करता है। -जान गाडफ्रे
- परम्परा में हम सुरक्षित महसूस करते है और बदलाव से डरते हैं। किन्तु परम्परा में मन ताजगी खो देता है।- जे कृष्णमूर्ति
- दो बार सोचकर बोलना चाहिए ,क्योंकि आपके शब्द किसी के मन में सफलता या विफलता के बीज बो सकते हैं। -नेपोलियन हिल
- विपत्ति में भी जिस हृदय में सद्ज्ञान उत्पन्न न हो ,वह उस सूखे वृक्ष की तरह है जो पानी पाकर भी पनपता नहीं ,सड़ जाता है। -मुंशी प्रेमचंद
- मैं असफल नहीं हुआ हूं। मुझे तो सिर्फ उन दस हजार तरीकों का पता चला है ,जो काम नहीं देंगे। -थामस एडिसन
- मित्रता तो हमेशा ही मीठी जिम्मेदारी होती है। यह कभी भी अपॉर्चुनिटी नहीं होती। -खलील जिब्रान
- भाग्य की प्रतीक्षा नहीं की जाती ,यह तो ऐसी बात है जिसे प्राप्त किया जाना चाहिए। -विलियम जे ब्राउन
- जब शक्ति के प्रेम की जगह प्रेम की शक्ति लेगी तब दुनिया को शांति के वरदान का पता चलेगा। -विलियम ग्लेडस्टोन
- यदि जीत का विस्तार से विवरण दिया जाए तो कोई उसे पराजय से अलग नहीं पाएगा। -जा पाल सात्र
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